‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर’ के मालिकाना हक विवाद पर मनसे की रणदीप हुड्डा को चेतावनी

मुंबई। स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर के जीवन पर आधारित बायोपिक ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर’ इस समय चर्चा में है। मालिकाना हक के विवाद पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने अपना गुस्सा जाहिर किया है। साथ ही महाराष्ट्र नवनिर्माण फिल्म सेना के अध्यक्ष अमेय खोपकर ने सीधे तौर पर निर्देशक रणदीप हुड्डा को चेतावनी दी है।
अमेय खोपकर ने निर्देशक रणदीप हुड्डा को एक पत्र लिखा है। उन्होंने इस पत्र की कॉपी भी ट्वीट की है। यह सभी सावरकर प्रेमियों के लिए गर्व की बात है कि हिंदू ह्रदय सम्राट सामंथा वीर सावरकर की जीवनी पर आधारित फिल्म दुनिया भर में हिंदी भाषा में रिलीज होगी। स्वतंत्रता सेनानियों ने लंदन यानी सीधे अंग्रेजों की धरती पर अंग्रेजों को चुनौती देकर पूरी दुनिया को चौंका दिया। अंडमान की सेल्यूलर जेलों में उन्हें अत्यधिक कष्ट सहना पड़ा। फिर भी वे अंत तक अंग्रेजों के सामने नहीं झुके। खोपकर ने पत्र में लिखा, “भारत को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता नायकों की ज्वलंत गाथा को बड़े पर्दे पर देखने में बहुत रुचि है।”
उन्होंने कहा, “प्रदर्शन से पहले मालिकाना हक को लेकर विवाद हो गया है, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह विवाद तुरंत रुकना चाहिए, क्योंकि फिल्म की रिलीज में देरी करना स्वतंत्रता सेनानियों का ही अपमान होगा। किसी को भी स्वतंत्रता सेनानी सावरकर के अधिकारों को हड़पने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। हमारा रुख है कि इस विवाद का तुरंत निपटारा होना चाहिए और स्वतंत्रता सेनानियों का काम उनके घरों तक पहुंचना चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि आप हमारे द्वारा दी गई चेतावनी का सम्मान करेंगे।”
एक्टर रणदीप हुड्डा इस फिल्म में स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर का किरदार निभाएंगे। इस फिल्म के जरिए रणदीप अपने निर्देशन की शुरुआत करेंगे। रणदीप से पहले फिल्म के निर्देशन की जिम्मेदारी महेश मांजरेकर को दी गई थी, लेकिन कुछ समय बाद अचानक महेश मांजरेकर इस प्रोजेक्ट से हट गए। इस बारे में महेश मांजरेकर ने कहा, “सबसे पहले मुझे इस फिल्म के निर्देशन की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन रणदीप ने इस फिल्म की कहानी में कई बदलाव करने की कोशिश की। फिल्म में बदलाव के कारण मैंने प्रोजेक्ट छोड़ने का फैसला किया।
