कुकी और मेइतीस के शवों की अदला-बदली का प्रस्ताव

मणिपुर में कुकी और मैतेई दोनों समुदायों से संबंधित शवों के आदान-प्रदान का प्रस्ताव ऑल मणिपुर यूनाइटेड क्लब्स ऑर्गनाइजेशन (एएमयूसीओ) द्वारा किया गया है।
शुक्रवार (04 अगस्त) को मणिपुर के इंफाल में एएमयूसीओ के अध्यक्ष नंदो लुवांग ने यह जानकारी दी।
मणिपुर में कुकी और मैतेई दोनों समुदायों के लोगों के शव राज्यों के पहाड़ी और घाटी जिलों के विभिन्न अस्पतालों में पड़े हुए हैं।
मणिपुर में मैतेई और कुकी के बीच चल रहे जातीय संघर्ष में 150 से अधिक लोगों की जान चली गई है।
नंदो लुवांग ने कहा कि मेइतीस के शव कुकी उग्रवादियों और चुराचांदपुर जिला अस्पताल के पास हैं, जबकि कुकी के शव इंफाल के रिम्स और जेएनआईएमएस के मुर्दाघर में हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों समुदायों के लोगों के शवों का तुरंत आदान-प्रदान किया जाना चाहिए, ताकि मृत लोगों का अंतिम संस्कार (समारोह) किया जा सके, जिससे मणिपुर में दोनों समुदायों के बीच शांति बहाल होगी।
चुराचांदपुर जिला अस्पताल के मुर्दाघर में 35 से अधिक शव पड़े हैं, जो कुकी बहुल जिला है।
शुक्रवार (04 अगस्त) तक आदिवासियों के 53 शव घाटी के जिलों के रिम्स और जेएनआईएमएस अस्पतालों में हैं।
लुवांग ने कहा, “अगर राज्य जल्द से जल्द शांति चाहता है, तो सरकार को तटस्थ रहना चाहिए और बलों को अपना कर्तव्य निभाने देना चाहिए।”
