
आगरा: आगरा के पश्चिमपुरी (सिकंदरा) में बदमाशों ने एक रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी के घर धावा बोला। उनकी बुजुर्ग मां को बाथरूम में बंधक बनाया। 45 मिनट तक दो बदमाश उन्हें दबोचकर बैठे रहे। उनकी अंगुलियों से जबरन अंगूठियां उतारीं। जोर लगाने से अंगुलियों की हड्डी टूट गई। इस सनसनीखेज मामले में सिकंदरा पुलिस ने पर्दा डालने का प्रयास किया। लूट की घटना का मुकदमा चोरी की धारा में लिखा गया।

पश्चिमपुरी निवासी मनीष मसीह के घर क्रिसमस से पहले सनसनीखेज वारदात हुई। घटना 22 दिसंबर की रात करीब एक बजे की है। मनीष मसीह ने बताया कि उनकी बहन और जीजा आ रहे थे। वह उन्हें लेने आगरा कैंट रेलवे स्टेशन गए थे। घर पर 72 वर्षीय मां सरोज मसीह थीं। वह बाहर से मेन गेट का ताला बंद करके थे। अंदर सेंट्रल लॉक भी लगा था। वह स्टेशन से वापस लौटे तो उन्हें कालोनी से एक वैगनआर कार तेजी से जाते दिखी। वह अपने घर में घुसे। घर की हालत देखकर होश उड़ गए। सामान बिखरा हुआ था। मां कहीं नहीं दिखीं। बाथरूम में पहुंचे तो वहां मां बेहोश पड़ी थीं। उनके होश उड़ गए। मां को डॉक्टर को लेकर भागे। हाथ में फ्रेक्चर था। प्लास्टर चढ़ा है।
सरोज मसीह ने होश आने पर बेटे को बताया कि वह बाथरूम में थीं। उन्हें खटपट की आवाज आई। उन्हें लगा बेटा लौट आया। उन्होंने बाथरूम के अंदर से ही आवाज लगाई। लक्की तू आ गया। आवाज सुनकर दो बदमाश बाथरूम तक पहुंचे। उन्हें दबोच लिया। उनके शॉल से उनका मुंह दबा दिया। जमीन पर गिरा लिया। दो बदमाश करीब 45 मिनट तक उन्हें दबोचकर बैठे रहे। सरोज मसीह ने बेटे को बताया कि बदमाशों ने जबरन अंगुलियों से अंगूठी उतारीं। वह दर्द से चीख उठीं।
बदमाश मनीष मसीह के घर से करीब 35 हजार रुपये नकद और लाखों के जेवरात लूटकर ले गए हैं। पीड़ित परिवार सदमे में था। पुलिस को मामला दबाने का मौका मिल गया। खुद बोलकर तहरीर लिखाई। लूट का मामला चोरी की धारा में दर्ज किया। आखिर इस अल्पीकरण का जिम्मेदार कौन है। अधिकारियों के पास इसका जवाब नहीं है।