रामगढ़ के चार खादानों में शुरू होगा मत्स्य पालन, लोगों को मिलेगा रोजगार

रांची: मत्स्य पालन में झारखंड आगे बढ़ रहा है. यहां के किसान मछली पालन के जरिये बेहतर कमाई कर रहे हैं. इतना ही नहीं यहां के किसान अब पारंपरिक तरीके से मत्स्य पालन छोड़कर आधुनिक तकनीक को अपना रहे हैं और अधिक मछली का उत्पादन कर राज्य में मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा दे रहे हैं. रामगढ़ जिले में मत्स्य पालन एक बड़ा रोजगार सृजन कर सकता है. रामगढ़ में तालाबों की संख्या भले कम हो लेकिन यहां बंद पड़े खदान का उपयोग तालाब के रूप में किया जाए तो उससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता है.
मत्स्य पालन के बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित बैठक में DC चंदन कुमार ने शनिवार को कहा कि रामगढ़ में बंद पड़े खदानों में मत्स्य विभाग मछली पालन करें. उन्होंने बताया कि 4 बंद पड़े खदानों में आरा कोलपिट नंबर 8, आरा कोलपीट नंबर 14, सयाल कोलपिट और सौदा डी कोलपिट में 2 मत्स्य जीवी समितियों के कुल 8 समूहों के द्वारा मत्स्य पालन का कार्य किया जाएगा.
इस परियोजना के जरिये लगभग 250 लोगों को रोजगार मिलेगा. इसी को ध्यान में रखते हुए जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में कुल 4 बंद पड़े खदानों को चिन्हित कर मत्स्य पालन का कार्य किया जाएगा. साथ ही उपायुक्त ने संबंधित खनन क्षेत्र के CCL के अधिकारियों के साथ उपरोक्त खदानों में मत्स्य पालन का कार्य शुरू करने को लेकर आवश्यक विषयों पर चर्चा की. वहीं, उपायुक्त ने अन्य बंद पड़े खदानों को भी चिन्हित करने और मत्स्य पालन के दिशा में कार्य करने का भी निर्देश दिया.
