
मोहला। मानपुर मोहला चौकी में रेनोवेशन एवं भारतीय बौद्ध महासभा की मिटिंग हुई। जिसमें आयुष्मान सी.एल. महेश्वरी राष्ट्रीय संगठक भारतीय बौध्द महासभा आयुष्मान संजय शेन्द्र रिटायर्ड सत्र न्यायाधीश एवं कानूनी सलाहकार उपाध्यक्ष भारतीय बौध्द महासभा ए.के. महेश्वरी जिला अध्यक्ष मानपुर मोहला चौकी बुध्द विहार पुर्ननिर्माण समिति के अध्यक्ष अरविंद कुमार मिलिंद एव बी.एस. जागृत भारतीय बौध्द महासभा छ.ग. प्रदेश अध्यक्ष की उपस्थिति में सर्वप्रथम बुध्द विहार में त्रिशरण पंचशील सामुहिक ग्रहण कर बुध्द वंदना की गई । बुध्द विहार के लिए समितियां बनाई गई। जिनके निगरानी में पुनः निर्माण कार्य होना है। बौध्द अनुयायियों ने खुलकर दान दिया एवं भविष्य में दान देने का संकल्प लिया।

भारतीय बौध्द महासभा के द्वारा पदाधिकारियों को किस प्रकार से काम करना है। डा. बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के द्वारा दिये गये पंचशील, 22 प्रतिज्ञा, आर्य अष्टागिंक मार्ग का पालनक कर हम अपने जीवन को उज्वल शीलवान एवं प्रज्ञावान तथा अच्छे चरित्र का निर्माण कर सकते है तथागत बुध्द की प्राशंगिक शिक्षाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी गई। बी. एस. जागृत प्रदेश अध्यक्ष भारतीय बौध्द महासभा छ.ग. ने कहा कि ग्राम माहूद में बौध्छ धम्म का जलता हुआ दीपक बुझ रहा था एवं प्रज्ञा बुध्द विहार जर्जर अवस्था में हो रहा था पीछे का गुम्बज करैक होकर दरारे पड़ने से कभी भी गिर सकता है जिसके पुनः निर्माण की जिम्मेदारी अरविंद मिलिंद ने लोगों को संगठित कर आज पुनः बुध्द विहारों कि ओर चलो और यही मार्ग और यही धम्मा आपको शीलवान, ज्ञानवार, बुध्दिवान, चरित्रवान, सभ्य और सुशील तथा महान पुरूषों की ओर जाने के लिए तथागत बुध्द का मार्ग ही सत्य का मार्ग है शांति का मार्ग अहिंसा का मार्ग है प्रज्ञा करूणा शील का मार्ग का रास्ता बुध्द का धम्मा हमें बताता है ।
ग्रामवासियों ने बुध्द विहार परिसर में ही रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, मानपुर, मोहला, अम्बागढ़ चौकी, दनगढ़, हाथी कनार एवं दूर दराज से आये उपासको को भोजनदान कराया गया।
तथागत संदेश राष्ट्रीय मासिक पत्रिका जिसमें सिरपुर एवं संविधान दिवस पर कार्यक्रम तथा भारत के संविधान की एक-एक मूल प्रति सभी को निःशुल्क वितरित की गई। इस कार्यक्रम में अरविंद मिलिंद, मूलचंद मिलिंद दिलिप सावरकर वामेश्वर मेश्राम, संजय रंगारी, जयनेन्द्र मेश्राम, रामसिंग दामले महेन्द्र टेभुंलकर, नायडु दामले, देशराज सोनपीपरे, एवं महिला सशक्तिकरण नंदा मेश्राम प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता इमलकर, हर्षिता गजबिहे, शिल्पा कोल्हाटकर इंजीनीयर, सुरेश दामले, विनोद रामटेके, सपना मेश्राम, नंदा मेश्राम, अरविंद कुजांम धम्मा प्रिया मिलिंद, बिमल बनसोर देसराज सोनपीपरे, प्रेमलाल महेश्वरी, दिलीप कुमार, कांती बोरकर, नवदीप बोरकर, रविन्द्र बाम्बेश्वर, कामता प्रशाद चौहान, रमेश बोरकर, सरला रामटेके करौंदा बाम्बेश्वर, जागृत बोरकर, प्रेम बाई बोरकर, रायकुमारी, सीमा बाम्बेश्वर, रोहनी मेश्राम, सत्य कुमार कुजांम, सुरेन्द्र कुमार मेश्राम उपरोक्त जानकारी भारतीय बौध्द महासभा के प्रदेश अध्यक्ष बी.एस. जागृत ने यह भी बताया की यह गांव वही गांव है जहां बड़े-बड़े डाक्टर, वकील डायरेक्टर, प्रोफेसर, आल इण्डिया रेडियो डायरेक्टर जन्म लिये है एवं अधिकांश धरती को सिधार गये है शिक्षा के लिये यह गांव छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक प्रस्धिी प्राप्त कर चुका है। इस गांव का खिलेश मेश्राम ठेला लगाकर सब्जी बेचता है माता पिता की गरीबी से प्रेणा लेकर इनके पुत्र अमन मेश्राम एवं गगन मेश्राम दोनो शासकीय मेडिकल कॉलेजों में विद्या अद्यययन कर रहे है।