जनहित से जुड़े सभी प्रकरणों को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर समय सीमा में करें निराकरण- कलेक्टर

नारायणपुर। कलेक्टर वसंत ने आज कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में समय सीमा के लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। बैठक में सर्वप्रथम कलेक्टर ने कृशि विभाग से स्वाईल हेल्थ कार्ड, वनाधिकार पत्र धारियों का शत-प्रतिशत केसीसी, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, मसाहती कृशकों से धान खरीदी, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना, शालाओं में स्वच्छ पेयजल व शौचालय, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, शालाओं में जाति प्रमाण पत्र प्रदाय, श्रम पोर्टल में असंगठित कर्मकारों का पंजीयन, जिला अंतर्गत सड़कों की मरम्मत, तथा राजस्व अभिलेख के अद्यतीकरण, नक्शा, बटांकन व अभिलेख शुद्धता के लिए कार्ययोजना, अबूझमाड़ क्षेत्र के असर्वेक्षित/मसाहती ग्रामों के सर्वेक्षण, लंबित राजस्व प्रकरण, जैसे समय सीमा बैठक में दर्ज विभिन्न प्रकरणों की गहन समीक्षा करते हुए लंबित मुददों को त्वरित निराकरण करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये।
बैठक में सर्व प्रथम कलेक्टर ने जिले के कृशकों के ईकेवाईसी कार्य पूर्ण करने के व उसके अद्यतन प्रगति के संबंध में कृषि विभाग व जनपद पंचायत को निर्देश देते हुए तीन दिवस के भीतर लक्ष्य के अनुरूप कार्य पूर्ण करने को कहा। तत्पश्चात राजस्व प्रकरणों के निराकरण के संबंध में उन्होंने कहा कि अविवादित विवादित नामंातरण, सीमांकन, व्यपवर्तन के प्रकरण शासन की प्राथमिकता में है। अत: राजस्व के इन मामलों के निराकरण के लिए अधीनस्थ अमलों को त्वरित व गंभीरता पूर्वक निपटारा करने के लिए उन्हें सचेत करें। इसके साथ ही उन्होने लोक सेवा गारंटी, अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति, बंधुआ तालाब सौदर्यीकरण, आंगनबाड़़ी मे विद्युतीकरण जैसे विशयों पर भी अधिकारियों को निर्देश दिया। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी देवेश कुमार धु्रव, अपर कलेक्टर अभिशेक गुप्ता, एसडीएम जितेन्द्र कुर्रे, डिप्टी कलेक्टर प्रदीप वैद्य, सुमित गर्ग, रामसिंग सोरी, उप संचालक कृषि बीएस बघेल, कार्यपालन अभियंता जल संसाधन अजय चौधरी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी मोबिन अली, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत ओरछा घनश्याम जांगड़े के अलावा अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
