केक का आटा कैसे होता है बाकी Flour से अलग

फ्लफी और स्पंजी केक बनाने के लिए जिस जरूरी इंग्रीडिएंट का इस्तेमाल किया जाता है, वो केक का आटा होता है। केक बनाने के साथ ही इसे टी केक, बिस्किट, पेस्ट्री और अन्य बेक्ड गुड्स बनाने के लिए किया जाता है। यह काफी महीन तरह से पिसा हुआ होता है और यह एक कम प्रोटीन वाला आटा, जिसमें ग्लूटेन भी काफी कम होता है।
हालांकि, हो सकता है इसके बारे आपको ज्यादा जानकारी न हो, क्योंकि कई लोगों ने इसके बारे में कभी सुना भी नहीं होगा। हमें लगता बेकर्स और कंफेक्शनर्स एक ही आटे का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होता। चलिए आज हम जानते किए केक फ्लाउर क्या होता है। अगर यह न मिले, तो इसकी जगह किस चीज का उपयोग किया जा सकता है।
केक का आटा क्या होता है?
जैसा कि हमने आपको बताया कि केक बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण घटक है। इसमें प्रोटीन भी कम होता है, जिसमें नियमित आटे की तुलना में कम ग्लूटेन होता है। यह बारीक पिसा हुआ गेहूं का आटा है जो डेलिकेट है और हल्की पेस्ट्री, स्पंजी केक और फूले हुए बिस्कुट बनाने के लिए एकदम सही होता है। इस प्रकार के आटे में स्टार्च भी अधिक होता है। स्टार्च जो बेक्ड गुड्स में दूसरा जरूरी इंग्रीडिएंट होता है। केक के आटे में अधिकांश 5 से 8 प्रतिशत ग्लूटेन प्रोटीन होता है, जबकि ऑल-परपज फ्लाउर में 10 से 13 प्रतिशत के बीच ग्लूटेन प्रोटीन होता है। जितना अधिक ग्लूटेन प्रोटीन होगा, बेक किया हुआ सामान उतना ही डेंस होगा। यही कारण है कि केक का आटा के कम ग्लूटेन कॉन्टेंट के कारण सॉफ्ट बनावट वाले बेक्ड गुड्स बनाना आसान हो जाता है।
केक के आटे का स्वाद कैसा होता है?
अब आप सोच रहे होंगे कि इसका स्वाद कैसा होता है? चलिए आपको बताएं कि जैसा आप सोच रहे हैं, इसका स्वाद वैसा नहीं होता। इस आटे में किसी तरह की कोई मिठास नहीं होती है। सरल शब्दों में यह सिर्फ एक स्टार्च युक्त पाउडर है और इसका स्वाद अपने आप में अच्छा नहीं होता है।
केक के आटे को कैसे पकाया जाता है?
इसे सुपर फाइन आटा कहा जाता है, इसे एक दूसरे हल्के पाउडर में मिलाया जाता है, जो पानी को बेहतर तरीके से सोखने में मदद करता है। इससे बेक्ड गुड्स फाइन क्रम्ब्स और सॉफ्ट टेक्सचर के बन पाते हैं। केक का आटा केक और अन्य खाद्य पदार्थों को फूलने में मदद करता है। इतना ही नहीं, फैट्स जैसे मक्खन या वनस्पति तेल इसमें अच्छी तरह से मिक्स हो पाते हैं।
केक के आटे को किसी भी अन्य आटे की तरह ही उपयोग करें, इसे अन्य सामग्रियों के साथ धीरे-धीरे मिलाए, जब तक कि यह पूरी तरह उसमें मिल न जाए। ध्यान रखें कि आटे को बहुत ज्यादा स्टर नहीं करना चाहिए, क्योंकि फिर आपके बेक्ड गुड्स हार्ड बन सकते हैं। जब सामग्री मिल जाए, तो इसे किसी भी अन्य व्यंजन की तरह बेक करें।
केक के आटे और मैदे में क्या है अंतर?
इन दोनों आटे में सबसे बड़ा अंतर प्रोटीन लेवल का है। केक का आटा लगभग 8 प्रतिशत प्रोटीन के साथ बनाया जाता है। वहीं, मैदे में प्रोटीन की मात्रा लगभग 11 प्रतिशत होती है और इसे हार्ड फ्लाउर के रूप में जाना जाता है। जब बेकर्स किसी रेसिपी में ग्लूटेन (ग्लूटेन फ्री खाने के फायदे) को कम करना चाहते हैं, तो मैदे की बजाय केक के आटे का चयन करते हैं। इससे पेस्ट्री, बिस्किट और अन्य चीजें लाइट बनती हैं।
केक के आटे का उपयोग
जैसा कि हमने आपको ऊपर भी बताया कि केक के आटे का मुख्य उपयोग बेकिंग में होता है। यह पेस्ट्री फ्लाउर के समान है क्योंकि दोनों में ग्लूटेन प्रोटीन कम होता है, हालांकि केक के आटे में पेस्ट्री के आटे से भी कम ग्लूटेन होता है। इसे कभी भी कच्चा नहीं खाना चाहिए।
कैसे किया जाता है केक के आटे को स्टोर?
आप मैदे या अन्य आटे को करते हैं। इसे किसी एयरटाइट कंटेनर में रखना चाहिए। इसे स्टोर करने के लिए ऐसी जगह को चुनें, जो डार्क, ड्राई और थोड़ी कूल हो। आप इसे छह महीने तक आराम से उपयोग में ला सकते हैं। बस ध्यान रखें कि इसमें नमी न जाए वरना आटा बहुत जल्दी खराब हो जाएगा (आटे की वैरायटी)।
अब बताइए आपको भी इसके बारे में नहीं पता था न? आपको केक फ्लाउर के बारे में यह जानकारी जानकर कैसा लगा, हमें कमेंट करके जरूर बताएं। अगर यह लेख पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर करना न भूलें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।


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