29 में दिन किसानों ने विथिका में भूख हड़ताल जारी रखी

भीलवाड़ा। टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने दुख ब्यक्त करते हुए कहा कि सीधी के प्रशासन को प्रजातंत्र के मूल्यों को न समझना या पावर के समक्ष ही नतमस्तक हो जाना ही अपना कर्तव्य समझना इस प्रकार की उसकी कार्यप्रणाली जिला प्रशासन को कटघरे में खड़ी करती है। भूमि अधिग्रहण से व्यथित किसान लगभग एक माह से मूसामूड़ी में भूख हड़ताल कर रहे हैं लेकिन प्रशासन आज तक किसी प्रकार का संवाद किसानों से नहीं किया। सोए हुए जिला प्रशासन को जगाने हेतु आज से कलेक्ट्रेट में नगाड़ा बजाओ प्रशासन को होश में लाओ आंदोलन होना था। उक्त आंदोलन की अनुमति एवं ध्वनिविस्तारक यंत्र के उपयोग की अनुमति हेतु आवेदन दिया गया था अनुमति आवेदन निरस्तगि के कारण में कहा गया कि आदिवासी किसानों के शहर में आने से अब्यवस्था होगी अव्यवस्था को रोकने हेतु पर्याप्त पुलिस बल नहीं है। 16, 17, 18 अक्टूबर को नगाड़ा बजाओ आंदोलन में आ रहे किसानों के वाहनों को पुलिस चौकी टिकरी, थाना जमोडी एवं पुलिस चौकी सेमरिया की पुलिस द्वारा रोक दिया गया।

अनुमति न देने तथा आंदोलनकारी किसानों को रास्ते में रोक लिए जाने की स्थिति में विथिका भवन में उपस्थित किसान नेता योगेंद्र यादव, पंकज पुष्कर, संतोष द्विवेदी की उपस्थिति में क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने उपस्थित किसानों से राय के बाद घोषणा किये कि किसान 18 अक्टूबर को मूसामूड़ी में आदिवासी चौपाल का आयोजन करेंगे जिसमें आंदोलन के आगे के स्वरूप पर निर्णय लिया जाएगा। किसान नेता योगेंद्र यादव ने उपस्थित किसानों से कहा कि 18 अक्टूबर को आदिवासी चौपाल में जो भी निर्णय होगा उसे हमारा पूर्ण समर्थन रहेगा। आज 16 अक्टूबर को भूख हड़ताल के 29 वे दिन वीथिका भवन सीधी में माकपा रेड स्टार के राज्य सचिव का. बद्री मिश्रा ने राजेश कुशवाहा और इन्द्रजीत सिंह गोंड़ को तिलक लगाकर अनशन पर बैठाया गया। उपस्थित आंदोलनकारी शिवकुमार सिंह, मनोज कोल, विवेक कोल, प्रभात वर्मा, अमोल सिंह, लालदेव सिंह, सत्यदेव सिंह, बलराज सिंह, राकेश यादव, राजेश कुशवाहा, भूपेंद्र कुशवाहा रामसिया यादव, राजेश साकेत, सुनील चौधरी, लाल बहादुर सिंह, राजेश जायसवाल, विजय बहादुर सिंह, महेश सिंह सूर्यबली सिंह आदि।