बागेश्वर विधानसभा में 5 सितंबर को होगा उपचुनाव

बागेश्वर। उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा में 5 सितंबर को उपचुनाव होगा। 17 अगस्त से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। जबकि 18 अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 21 अगस्त को नाम वापसी कर सकेंगे। इसके बाद 5 सितंबर को वोटिंग और 8 अगस्त को मतगणना होगी। कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के निधन के बाद बागेश्वर विधानसभा सीट खाली हुई थी। 26 अप्रैल को चंदन राम दास का लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया था। बागेश्वर विधानसभा आरक्षित सीट है। इस सीट से चंदन रामदास लगातार चार बार चुनाव जीते थे। धामी सरकार में पहली बार उन्हें परिवहन और समाज कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया था। मंत्री बनने के दौरान से ही चंदन रामदास बीमार चल रहे थे। काफी इलाज के बाद भी चंदन रामदास की बीमारी ठीक नहीं हो पाई। अप्रैल महीने में उनका लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया।
भाजपा और कांग्रेस की रहेगी टक्कर
इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस तैयारी में जुटी हुई है। भाजपा चंदन रामदास के बेटे पर ही दांव खेल सकती है। जबकि कांग्रेस अभी चुनावी रणनीति बनाने में जुटी हुई है। पिछले चुनावों में भी इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस की सीधी टक्कर रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस भी दमदार तरीके से इस सीट पर चुनाव लड़ेगी। हालांकि भाजपा ने भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं कि वह इस सीट पर किसको मैदान में उतारेगी।लेकिन, माना जा रहा है कि भाजपा चंदन रामदास के बेटे पर दांव लगा सकती है।
