
हिमाचल प्रदेश : उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पटवार सर्कल स्तर पर भूमि बैंक बनाए जाएंगे ताकि कम समय में विकासात्मक कार्यों की योजना बनाकर उन्हें क्रियान्वित किया जा सके।

उन्होंने हरोली लघु सचिवालय में उपमंडल स्तरीय राजस्व एवं ग्रामीण विकास अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि भूमि बैंकों के अभाव में विकास कार्यों के लिए उपयुक्त भूमि ढूंढने में कीमती समय बर्बाद हो जाता है।
अग्निहोत्री ने कहा कि हरोली में एसडीएम, डीएसपी, खंड विकास अधिकारी, तहसीलदार और अन्य अधिकारियों के लिए आवासीय आवास का निर्माण किया जाएगा ताकि वे आराम से अपना कर्तव्य निभा सकें। उन्होंने अधिकारियों से विकास एवं जनकल्याण कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वीकृत कार्यों को कम से कम समय में पूरा किया जाना चाहिए ताकि लागत वृद्धि को रोका जा सके, साथ ही लोगों को उनका लाभ उठाने में मदद मिल सके।
उन्होंने अधिकारियों को सार्वजनिक कार्यों में सामग्री एवं कारीगरी की अच्छी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने विकासात्मक कार्यों को लागू करने में पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ उचित संवाद बनाए रखने का भी आह्वान किया।
अग्निहोत्री ने अधिकारियों को नदी बेसिन में वर्षा जल के प्रवाह को धीमा या संग्रहीत करके भूजल जलभृतों को रिचार्ज करने की दिशा में काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, कृषि भूमि की 100 प्रतिशत सिंचाई और सभी घरों में पाइप से पीने का पानी उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता को साकार करने के लिए यह आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि जिन पंचायतों में कार्यालय भवन नहीं है, उन्हें अगले 10 दिनों के भीतर एक प्रस्ताव पारित कर उस भूमि के राजस्व कागजात के साथ खंड विकास अधिकारी को भेजना होगा, जिस पर भवन का निर्माण किया जाना है ताकि प्राथमिकता के आधार पर बजट आवंटित किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने पंचायत भवन के निर्माण के लिए 1.14 करोड़ रुपये दिये हैं.