मुफ्तखोरी भरा बजट न हो…

जब हमारे घर में कोई मुसीबत आए, घर का आर्थिक बजट गड़बड़ा जाए तो हमें समझदारी से काम लेते हुए अपने खर्चे कम करने चाहिए, न कि लोक दिखावे के लिए खर्चे बढ़ाने चाहिए। अब अगर देश की आर्थिक व्यवस्था का दौर है, रसोई गैस सिलेंडर लगभग सभी राज्यों में एक हजार की कीमत पार चुका है, दूसरी रोजमर्रा की चीजों की कीमतों के दाम आसमान छू रहे हैं तो इस बार केंद्र सरकार को आम बजट में मुफ्त की योजनाओं पर लगाम लगाकर आमजन के प्रयोग में होने वाली चीजों के दाम कम करने के लिए प्रयास करने चाहिए ताकि देश के हर वर्ग के अच्छे दिन आएं। आज तक जितने भी आम बजट पेश किए गए, उन्होंने देश की गरीबी मिटाने के लिए कोई महत्वपूर्ण भूमिका नहीं निभाई। अगर निभाई होती तो आज हमारे देश में गरीबी का नामोनिशान न होता।
-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा
By: divyahimachal
