कमजोर मानसून के कारण चीनी निर्यात पर रोक लगा सकती है सरकार


दुनिया के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक देश भारत में मानसून के दौरान पर्याप्त बारिश नहीं होने और गन्ने की फसल प्रभावित से चीनी निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की आशंका बढ़ गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत अपने चीनी निर्यात पर प्रतिबंध लगा सकता है। अगर ऐसा होता है तो वैश्विक स्तर पर चीनी की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।
�मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि भारत एक अक्टूबर से शुरू हुए नए सीजन के दौरान अपने चीनी निर्यात के शिपमेंट पर अंकुश लगा सकता है। जल्द ही इस संबंध में निर्णय लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि घरेलू आपूर्ति में सुधार होने पर चीनी के निर्यात के लिए कोटा तय किया जा सकता है।
भारत में पिछले पांच वर्षों में इस बार सबसे कमजोर मानसून रहा है। कृषि उत्पादन में किसी भी गिरावट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर अगले महीने और 2024 में चुनाव से पहले खाद्य मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने का दबाव बढ़ेगा। निर्यात प्रतिबंधों से बाजार में गिरावट आएगी और न्यूयॉर्क और लंदन में वायदा को बढ़ावा मिलने की संभावना है।
पिछले महीने 14 विश्लेषकों, व्यापारियों और मिलमालिकों पर ब्लूमबर्ग की ओर से किए गए सर्वेक्षण में अधिकांश ने कहा कि भारत कम उत्पादन के कारण इस सीजन में चीनी के निर्यात पर रोक लगा सकता है।
दुनिया के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक देश भारत में मानसून के दौरान पर्याप्त बारिश नहीं होने और गन्ने की फसल प्रभावित से चीनी निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की आशंका बढ़ गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत अपने चीनी निर्यात पर प्रतिबंध लगा सकता है। अगर ऐसा होता है तो वैश्विक स्तर पर चीनी की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।
�मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि भारत एक अक्टूबर से शुरू हुए नए सीजन के दौरान अपने चीनी निर्यात के शिपमेंट पर अंकुश लगा सकता है। जल्द ही इस संबंध में निर्णय लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि घरेलू आपूर्ति में सुधार होने पर चीनी के निर्यात के लिए कोटा तय किया जा सकता है।
भारत में पिछले पांच वर्षों में इस बार सबसे कमजोर मानसून रहा है। कृषि उत्पादन में किसी भी गिरावट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर अगले महीने और 2024 में चुनाव से पहले खाद्य मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने का दबाव बढ़ेगा। निर्यात प्रतिबंधों से बाजार में गिरावट आएगी और न्यूयॉर्क और लंदन में वायदा को बढ़ावा मिलने की संभावना है।
पिछले महीने 14 विश्लेषकों, व्यापारियों और मिलमालिकों पर ब्लूमबर्ग की ओर से किए गए सर्वेक्षण में अधिकांश ने कहा कि भारत कम उत्पादन के कारण इस सीजन में चीनी के निर्यात पर रोक लगा सकता है।
