बंद होगा ड्रग एडेक्टिेड का नशा मुक्ति केंद्र

हमीरपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) हमीरपुर में छात्र की मौत के बाद नशे के सौदागरों और इसमें इन्वॉल्व लोगों की धरपकड़ में लगी हमीरपुर पुलिस ने 11 नवंबर को पंजाब से जिन दो आरोपियों को पकड़ा था, उन्हें कोर्ट ने पुलिस के आग्रह पर गुरुवार को एक बार फिर से पुलिस रिमांड में भेज दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि अभी इनसे पुलिस कुछ और जानकारी जुटाना चाहती है। वहीं शुक्रवार को भी इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। बता दें कि अमनप्रीत उर्फ अमन पावलो निवासी नकोदर और करपाल सिंह उर्फ कम्मा धंडोवाल (नकोदर) जिला जालंधर को पुलिस ने 11 नवंबर को पंजाब से गिरफ्तार किया था। वहीं जिला ऊना के घनारी स्थित अप्पर भंजाल में आरोपी अमनप्रीत द्वारा जो जीवन जोत ड्रग काउंसिलिंग व रिहेब्लिटेन सेंटर (नशा मुक्ति केंद्र) चलाया जा रहा है, उसे बंद करवाने के लिए हमीरपुर पुलिस शिमला स्थित संबंधित अथॉरिटी से पत्राचार करेगी।

इसी नशा मुक्ति केंद्र की आड़ में अमनप्रीत नशे का कारोबार चला रहा था, ताकि किसी को उस पर शक न हो। मेडिकल रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि अमनप्रीत खुद ड्रग एडिक्टेड है। उसे चिट्टे की लत है, इसी लालच में वह इस धंधे में जुड़ गया था। बता दें कि इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद हमीरपुर पुलिस ने ऊना में चल रहे इस नशा मुक्ति केंद्र में भी दबिश दी थी, जिसके बाद पुलिस के हाथ कुछ जरूरी सुराग भी लगे थे। अमनप्रीत और करपाल से पुलिस रिमांड में हुई पूछताछ के दौरान पुलिस के हाथ कई महत्त्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी हैं, जिसके बूते पुलिस जल्द और गिरफ्तारियां भी इस मामले में कर सकती है। उधर, एसपी हमीरपुर डा. आकृति शर्मा ने बताया कि दोनों आरोपियों को एक दिन का पुलिस रिमांड मिला है। मामले में जांच की जा रही है।