आपदा पर आर्थिक मदद मांगने के लिए केंद्र के समक्ष प्रदर्शन करते भाजपाई: मुकेश अग्निहोत्री


ऊना। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा के विधानसभा परिसर के बाहर धरना प्रदर्शन करने के ऐलान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि अच्छा होता कि भाजपा नेतृत्व हिमाचल प्रदेश में हुई आपदा पर आर्थिक मदद मांगने के लिए आंदोलन करता, प्रदेश में कर्मचारियों के लिए ओपीएस बहाल करने पर केंद्र द्वारा वित्तीय रुकावटें पैदा करने वाली नीति पर प्रदर्शन करता, आपदा का जायजा लेने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करने के लिए रैली करता। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 400 से अधिक लोगों की अमूल्य जानें गई हैं, बेहतर होता कि भाजपा का नेतृत्व इन आत्माओं की शांति के लिए शांति सभा का आयोजन करता। आपदा के बीच में पानी, बिजली, सड़कें व बस सेवाएं बहाल करने के लिए काम करने वाले कर्मचारियों, पुलिस व अधिकारियों के आभार के लिए पीठ थपथपाने के लिए भाजपा का नेतृत्व रैली करता लेकिन भाजपा केवल राजनीतिक एजैंडे के तहत धरना-प्रदर्शन करना चाहती है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विधानसभा में राष्ट्रीय आपदा के लिए लाए गए सरकार के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया। हिमाचल विरोधी चेहरा भाजपा ने दिखाया है। भाजपा के सांसद प्रधानमंत्री से मुलाकात कर राहत पैकेज नहीं मांग पाए। अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस ने कभी आपदा के दौरान राजनीति करने का काम नहीं किया, फील्ड में रहकर सरकार ने काम किया, केवल व्यवस्थाएं सुधारने और लोगों की जान बचाने का काम किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार से गारंटियों पर सवाल पूछने वाली भाजपा हिमाचल प्रदेश के पौने 2 लाख कर्मचारियों व उनके परिवारों से पूछे कि उनके जीवन को सुरक्षित करने के लिए ओपीएस दी गई है। भाजपा इस गारंटी के पूरा होने को पचा नहीं पा रही है। भाजपा को तकलीफ है, केंद्र की सरकार में कर्ज की सीमा कम कर दी। ओपीएस लागू करने पर कई वित्तीय शक्तियां कम कर दीं। हिमाचल का हक मांग रहे हैं वह भी नहीं दिया जा रहा। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा के नेता यह बताएं कि कर्ज लेकर क्या-क्या किया है? उन्होंने कहा कि कर्ज पर श्वेत पत्र जारी किया गया है जिस पर भाजपा के होंठ सिले हैं और झूठी बातें भाजपा के लोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने हर बात तथ्यों पर रखी है और सरकारी दस्तावेज है। भाजपा ने हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति से खिलवाड़ करने का काम किया है। टैंट पर करोड़ों के खर्चे, भोजन पर करोड़ों के खर्चे। भाजपा लाख प्रदर्शन कर ले, अब जनता भाजपा की प्रदेश विरोधी होने की असलियत जान चुकी है।

ऊना। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा के विधानसभा परिसर के बाहर धरना प्रदर्शन करने के ऐलान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि अच्छा होता कि भाजपा नेतृत्व हिमाचल प्रदेश में हुई आपदा पर आर्थिक मदद मांगने के लिए आंदोलन करता, प्रदेश में कर्मचारियों के लिए ओपीएस बहाल करने पर केंद्र द्वारा वित्तीय रुकावटें पैदा करने वाली नीति पर प्रदर्शन करता, आपदा का जायजा लेने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करने के लिए रैली करता। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 400 से अधिक लोगों की अमूल्य जानें गई हैं, बेहतर होता कि भाजपा का नेतृत्व इन आत्माओं की शांति के लिए शांति सभा का आयोजन करता। आपदा के बीच में पानी, बिजली, सड़कें व बस सेवाएं बहाल करने के लिए काम करने वाले कर्मचारियों, पुलिस व अधिकारियों के आभार के लिए पीठ थपथपाने के लिए भाजपा का नेतृत्व रैली करता लेकिन भाजपा केवल राजनीतिक एजैंडे के तहत धरना-प्रदर्शन करना चाहती है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विधानसभा में राष्ट्रीय आपदा के लिए लाए गए सरकार के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया। हिमाचल विरोधी चेहरा भाजपा ने दिखाया है। भाजपा के सांसद प्रधानमंत्री से मुलाकात कर राहत पैकेज नहीं मांग पाए। अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस ने कभी आपदा के दौरान राजनीति करने का काम नहीं किया, फील्ड में रहकर सरकार ने काम किया, केवल व्यवस्थाएं सुधारने और लोगों की जान बचाने का काम किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार से गारंटियों पर सवाल पूछने वाली भाजपा हिमाचल प्रदेश के पौने 2 लाख कर्मचारियों व उनके परिवारों से पूछे कि उनके जीवन को सुरक्षित करने के लिए ओपीएस दी गई है। भाजपा इस गारंटी के पूरा होने को पचा नहीं पा रही है। भाजपा को तकलीफ है, केंद्र की सरकार में कर्ज की सीमा कम कर दी। ओपीएस लागू करने पर कई वित्तीय शक्तियां कम कर दीं। हिमाचल का हक मांग रहे हैं वह भी नहीं दिया जा रहा। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा के नेता यह बताएं कि कर्ज लेकर क्या-क्या किया है? उन्होंने कहा कि कर्ज पर श्वेत पत्र जारी किया गया है जिस पर भाजपा के होंठ सिले हैं और झूठी बातें भाजपा के लोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने हर बात तथ्यों पर रखी है और सरकारी दस्तावेज है। भाजपा ने हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति से खिलवाड़ करने का काम किया है। टैंट पर करोड़ों के खर्चे, भोजन पर करोड़ों के खर्चे। भाजपा लाख प्रदर्शन कर ले, अब जनता भाजपा की प्रदेश विरोधी होने की असलियत जान चुकी है।
