नौ हजार मृतकों के नाम पर जल रही बिजली

उत्तरप्रदेश | मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के बरेली मंडल के चारों जिलों के 19 लाख 497 उपभोक्ताओं में पांच लाख नौ हजार 912 ग्राहकों ने कनेक्शन लेने के बाद से अब तक बिजली बिल नहीं जमा किया है. इनसे बिजली निगम को 31 करोड़ 75 लाख 72 हजार 851 करोड़ रुपये का राजस्व वसूलना है. इनमें से नौ हजार 163 ग्राहकों की मौत हो चुकी है. जिले में ऐसे 2892, शाहजहांपुर में 2418, बदायूं में 1970 व पीलीभीत में 1883 उपभोक्ता मिले हैं. इसके बाद भी इनके नाम से कनेक्शन चल रहे हैं. इसका खुलासा आरसी की वसूली के दौरान अमीन के माध्यम से हुआ है.
बकाया धनराशि जमा न करने पर बिजली विभाग द्वारा आरसी जारी कर दी जाती है. अमीन जब बकायेदार के घर दस्तक देता है, तो पता चलता है कि जिसके नाम आरसी है, उसकी मौत हो चुकी है. परिजन यहां रह रहे हैं. इसके बाद आरसी विभाग को वापस कर दी गई है. मुख्य अभियंता राजीव शर्मा के अनुसार यदि कनेक्शन धारक की मृत्यु हो चुकी है तो वारिस के अपने नाम कनेक्शन करा लेना चाहिए. यह जिम्मेदारी बिजली उपभोग करने वाले की भी है कि अपना नाम चेंज करा लें.
जरूरत पड़ने पर करवाते हैं नाम परिवर्तन
जब कानूनी प्रक्रिया या अन्य रिकॉर्ड के लिए जरूरत पड़ती है तो परिजन बिजली विभाग जाते हैं. नियमानुसार लिखापढ़ी करते हैं. जांच के बाद कनेक्शन आवेदक के नाम कर दिया जाता है. वहीं कुछ मामलों में बिजली चोरी पकड़े जाने पर बिजली उपभोक्ताओं के नाम ही रिपोर्ट दर्ज की जाती है. ऐसे में कई बार मृतक उपभोक्ता के नाम पर एफआईआर दर्ज हो जाती है.
