बिहार प्रदेश आंगनबाड़ी संघ के आह्वान पर आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाएं हड़ताल पर

बिहार | बिहार प्रदेश आंगनबाड़ी संघ के आह्वान पर आंगनबाड़ी सेविकाएं व सहायिकाएं अपनी मांगों को अनिश्चितकानीन हड़ताल पर चली गईं हैं. अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जमीं प्रखंड की आन्दोलनरत आंगनबाड़ी सेविकाओं व सहायिकाओं ने अपनी मांगों को लेकर प्रखंड के सीडीपीओ कार्यालय पर धरना एवं प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन का नेतृत्व संघ की प्रखंड अध्यक्ष इंदु कुमारी ने किया. प्रदर्शन में शामिल सेविकाएं और सहायिकाएं भगवानपुर कॉलेज परिसर से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सीडीपीओ कार्यालय पहुंच धरना पर बैठ गईं.
संघ की प्रखंड अध्यक्ष इंदु कुमारी ने बताया कि उनकी मांगों में सेविकाओं को चौबीस हजार और सहायिकाओं को नौ हजार रुपये मानदेय देने, अन्य राज्यों की तरह सेवानवृति पर लाभ देने, सेविकाओं के लिए सेवा नियमावली जारी करने, उम्र सीमा को समाप्त सेविकाओं से महिला पर्यवेक्षिका के खाली पदों को भरने, मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों को सामान्य आंगनबाड़ी केन्द्र में तब्दील कर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने, वर्षों से खराब मोबाइल को वापस कर नया मोबाइल देने की मांगें शामिल हैं. प्रदर्शन करने वालों में संघ की प्रखंड सचिव सरस्वती देवी, प्रभा देवी, रमावती देवी, पुष्पा कुमारी, गीता देवी, उषा देवी, प्रीति कुमारी, कुसुम कुमारी, शहवाज बानो, शारदा देवी, मीना कुमारी, शशिबाला कुमारी, मालती देवी व अन्य शामिल थीं.

हसनपुरा में धरना पर बैठीं आंगनबाड़ी सेविका – सहायिका
नपं हसनपुरा के आइसीडीएस कार्यालय समीप अपनी मांगों को लेकर सैकड़ों आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं ने 11 वें दिन धरना पर बैठी रहीं. नेतृत्व प्रखंड अध्यक्ष विद्यावती कुशवाहा ने किया. इस दौरान सेविकाओं ने कहा कि जब तक हमारी पांच सूत्री मांगे पूरी नहीं होती तबतक अनिश्चित कालीन धरना जारी रहेगा. वहीं इस धरना प्रदर्शन के 11 दिन बीत जाने के बाद भी किसी अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने सुधि तक नहीं ली.
इससे सेविकाओं में नाराजगी व्याप्त है. सेविकाओं ने बताया कि जब तक हमारी पांच सूत्री मांगें पूरी नहीं होगी अनिश्चित कालीन धरना जारी रहेगी. सेविकाओं ने धरना – प्रदर्शन के दौरान सरकार विरोधी नारे लगाए. कहा कि सरकार हमलोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. धरना में मुख्य रुप से विद्यावती देवी, मीरा देवी, मीरा, उषा देवी, बेबी देवी, रंभा देवी, तबस्सुम खातून, छोटी देवी, वीणा देवी, रामावती देवी, रीना कुमारी, दौलत देवी, सुमन देवी सहित सैकड़ों आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका मौजूद थीं.