बिजली आन्दोलन के सहयोगी मतदान कर धरना स्थल में आएं: विजय मिश्रा

रीवा। अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता विजय मिश्रा ने समस्त आम जनता एवं बिजली आन्दोलन के सहयोगियों से यह मांग की है कि प्रजातंत्र के सबसे बड़े यज्ञ में अपनी मतदान स्वरूपी आहूति देने के पश्चात ही धरना स्थल में आएं। श्री मिश्र ने कहा कि प्रजातंत्र में ऐसा मौका 5 वर्ष में एक बार आता है जिसे नहीं छोड़ना चाहिए। विदित हो कि एड०विजय मिश्रा गत 07 दिसंबर 2022 से पूरे म०प्र० में चल रही विधुत विभाग की लूट के विरोध में कमिश्नर कार्यालय रीवा के सामने धरने में बैठे हैं। विजय मिश्रा का कहना है कि पूरे म०प्र में विधुत उपभोक्ताओं को मनमाना एवरेज बिल, विधुत उपभोक्ताओं का स्वीकृति भार मनमाना 1 किलोवाट से बढ़ाकर 2 किलोवाट कर शासन की योजनाओं से वंचित करना, शासन की योजना 100 यूनिट तक 100 रुपए का लाभ किसी को दिया जाना तथा किसी को न देने जैसे आपराधिक क्रत्य किया जा रहा है। श्री मिश्र के अनुसार इस प्रकार के क्रत्यों पर तभी अंकुश संभव है।

दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज हो। विजय मिश्रा ने कहा कि बड़े दुख के साथ यह कहना पड़ रहा है कि ठंडी गर्मी बरसात के बाद पुनः ठंडी आ गई लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। पीड़ित विधुत उपभोक्ताओं की पीड़ा किसी सत्ताधारी को नहीं दिखी, इसीलिए वे आम जनता के हितार्थ आन्दोलन लगातार इतने दिनों से चला रहे हैं। गुरुवार को धरने के 344 वें दिन समाजसेवी विष्णुकांत विश्वकर्मा,सत्याग्रही डा.तोषण सिंह, एड.कुलदीप सिंह, एड.मिथलेश यादव, हारुन अंसारी,प्रथम अमिलीय,मालिक अमिलीय,राजेंद्र चौरसिया,शुभांशु शुक्ला,प्रकाश श्रीवास्तव,अमरदीप सोनी,एड.दीपक गुप्ता,अमर ज्योति,राजेश कुमार चतुर्वेदी,अनिल पांडेय,तरण कुमार तिवारी,एन.पी.शुक्ला,अशोक कुशवाहा,रामावतार सिंह,रामाधार वर्मा,रामलखन पांडेय,रामायण प्रसाद तिवारी, रामजियावन सिंह,दुर्गेश तिवारी,आदि समस्त प्रताड़ित क्षेत्रवासी रीवा कमिश्नर कार्यालय के सामने धरना स्थल में उपस्थित हुए।