36 करोड़ की लागत से अधूरी रह गई कैंसर यूनिट

अलवर। जिला अस्पताल में कैंसर यूनिट बनने की उम्मीद अब अधूरी नजर आ रही है। क्योंकि राज्य सरकार के बजट में अजमेर और केटा कैंसर यूनिट को मात मिली है. यदि यूनिट बन जाती है तो इसमें 20 करोड़ रुपये की अत्याधुनिक लीनियर एक्सीलरेटर रेडियोथैरेपी मशीन और छह करोड़ रुपये की सीटी सिमुलेटर मशीन लगेगी और भवन निर्माण पर करीब 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे. लेकिन अब इस इकाई के लिए बजट की उपलब्धता नजर नहीं आ रही है। हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने निजी अस्पताल के कार्यक्रम में कैंसर यूनिट लगाने और सांसद व विधायक से बजट लेने की बात दोहराई थी. हालांकि जिला क्षय रोग निवारण केंद्र परिसर में कैंसर यूनिट निर्माण के लिए एसएमएस मेडिकल कॉलेज की टीम ने पहले ही आइसोलेशन वार्ड और उसके सामने खाली पड़ी जमीन को चिन्हित कर लिया है। इस इकाई से अलवर जिले के अलावा भरतपुर, दैसा सहित अन्य जिलों के मरीजों को लाभ मिलेगा। जयपुर के एसएमएस अस्पताल पर भी मरीजों का लोड कम होगा। लेकिन राज्य सरकार के पिछले बजट में अलवर, काेता व अजमेर मेडिकल कॉलेज को छोड़कर माैत हाे गई है।
