नवरात्र पर 41500 श्रद्धालुओं ने नवाया शीश

शिमला: प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में आश्विन नवरात्र मेले के दूसरे दिन सोमवार को बारिश के बीच 41500 श्रद्धालुओं ने मईया के चरणों में शीश नवाया। पहले दिन चार शक्तिपीठों नयनादेवी, बज्रेश्वरी, चिंतपूर्णी व ज्वालामुखी मंदिर में मां के चरणों में भक्तों ने 45 लाख 78 हजार 148 रुपऐ का नकद चढ़ावा चढ़ाया है। वहीं, 35 ग्राम 500 मिलीग्राम सोना और तीन किलो 956 ग्राम चांदी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुई है। नवरात्र के चलते मां के दर्शनों के लिए मंदिर खुलने और बंद करने का भी अलग से समय तय किया गया है। ऊना जिला के उपायुक्त राघव शर्मा ने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर में दूसरे दिन दस हजार श्रद्धालुओं ने शीश नवाया। मंदिर में पहले दिन 14 लाख चार हजार 985 रुपए का नकद चढ़ावा, सात ग्राम सोना और 675 ग्राम चांदी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुई है।

नयनादेवी मंदिर में पांच हजार श्रद्धालुओं ने शीश नवाया। मंदिर अधिकारी विपिन ठाकुर ने बताया कि पहले नवरात्र पर 18 लाख 61 हजार 709 रुपए चढ़ावा, 19 ग्राम 500 मिलीग्राम सोना और दो किलो 851 ग्राम चांदी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुई है। ज्वालाजी मंदिर में सोमवार को 15 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। मंदिर अधिकारी अनिल ने बताया कि पहले दिन मंदिर न्यास को नौ लाख पांच हजार 544 रुपए नकद चढ़ावा, नौ ग्राम सोना और 430 ग्राम चांदी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुई है। कांगड़ा स्थित बज्रेश्वरी देवी मंदिर में सोमवार को पांच हजार श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में माथा टेका। मंदिर अधिकरी नीलम राणा ने बताया कि मेले के पहले दिन चार लाख पांच हजार 910 रुपए नकद चढ़ावा चढ़ाया है। चामुंडा देवी मंदिर में नवरात्र मेले के दूसरे दिन सोमवार को 6500 श्रद्धालुओं ने मईया के चरणों में शीश नवाया।