एलओसी के पास बारूदी सुरंग विस्फोट में सेना के 2 पोर्टर घायल
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जम्मू। जम्मू-कश्मीर के राजाैरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास एक बारूदी सुरंग विस्फोट में सेना के दो पोर्टर घायल हो गए। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को राजाैरी के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास कलाल इलाके में एक बारूदी सुरंग विस्फोट में सेना के दो पोर्टर घायल हो गए, जिनकी पहचान अश्वनी कुमार और राज कुमार के रूप में हुई है। एक अधिकारी ने कहा, ‘दोनों घायल पोर्टर मंगोटे गांव के हैं। उन्हें गहरे जख्म हो गए हैं और इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।‘ आतंकियों की घुसपैठ को रोकने के लिए सेना द्वारा एलओसी के पास बारूदी सुरंगें लगाई जाती हैं। कभी-कभी बारिश या भूवैज्ञानिक कारकों के कारण ये बारूदी सुरंगें अपनी जगह से खिसक जाती हैं, जिससे दुर्घटनाएं और अप्रत्याशित विस्फोट होते हैं। ऐसी बारूदी सुरंगों को तकनीकी भाषा में ड्रिफ्ट लैंडमाइंस कहा जाता है।
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के राजाैरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास एक बारूदी सुरंग विस्फोट में सेना के दो पोर्टर घायल हो गए। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को राजाैरी के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास कलाल इलाके में एक बारूदी सुरंग विस्फोट में सेना के दो पोर्टर घायल हो गए, जिनकी पहचान अश्वनी कुमार और राज कुमार के रूप में हुई है। एक अधिकारी ने कहा, ‘दोनों घायल पोर्टर मंगोटे गांव के हैं। उन्हें गहरे जख्म हो गए हैं और इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।‘ आतंकियों की घुसपैठ को रोकने के लिए सेना द्वारा एलओसी के पास बारूदी सुरंगें लगाई जाती हैं। कभी-कभी बारिश या भूवैज्ञानिक कारकों के कारण ये बारूदी सुरंगें अपनी जगह से खिसक जाती हैं, जिससे दुर्घटनाएं और अप्रत्याशित विस्फोट होते हैं। ऐसी बारूदी सुरंगों को तकनीकी भाषा में ड्रिफ्ट लैंडमाइंस कहा जाता है।
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