SDM ने सिम्स अस्पताल का किया निरीक्षण

बिलासपुर। बिलासपुर संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सिम्स में इन दिनों लगातार लापरवाही के मामले आ रहे है. मामले की गंभीरता को देखते हुए तखतपुर एसडीएम सूरज कुमार साहू ने समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया. इस दौरान ड्यूटी में तैनात डॉक्टर समेत 11 स्वास्थ कर्मियों नदारद थे, जिसे लेकर एसडीएम ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने लापरवाही बरतने वाले सभी स्टाफ को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है। बता दें कि तखतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है. यहां सैकड़ो गांव से रोजाना लोग इलाज करवाने पहुंचते है, लेकिन यहां डॉक्टर के आये दिन गायब रहने के कारण पर मरीज निराश होकर प्राइवेट क्लीनिकों में जाने के लिए मजबूर हो रहे है. तख़तपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद के डॉक्टरों की लापरवाही और उनकी शिकायतों का मामला थमने का नाम नही ले रहा है. हालांकि इनकी शिकायतों के बावजूद भी केवल खानापूर्ति और औपचारिकता निभाई जाती है. मामले की गंभीरता को देखते हुए छत्तीसगढ़ हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस ने खुद इस पर संज्ञान लिया है।

उन्होंने इलाज में लापरवाही और कोताही की जांच को लेकर एक टीम भी गठित की है। स्वाथ्य सचिव जांच के बाद सिम्स हॉस्पिटल की रिपोर्ट हाइकोर्ट को सौंपने वाले है। इसी कड़ी में शनिवार को तखतपुर एसडीएम सूरज कुमार साहू ने अस्पताल का निरक्षण किया, इस दौरान करीब दो घंटे तक प्रत्येक बिंदुओं की बारीकी से जांच की, ताकि मरीजो को तखतपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद में समुचित इलाज, मुफ्त दावा के साथ शासन प्रशासन की योजनाओं का लाभ मिल सके, लेकिन निरीक्षण के दौरान डॉक्टर अवधेश साहू सहित स्टाफ के 11 सदस्य नदारद पाए गए, जिसे लेकर एसडीएम ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने लापरवाही बरतने वाले स्टाफ को नोटिस थमा कर एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है. समय के भीतर जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर उनके खिलाफ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के तहत कार्यवाही करने की भी चेतावनी दी है। बहरहाल स्वास्थय विभाग की बिगड़ती व्यवस्था पर अब क्या आने वाले दिनों में सुधार होता है या नहीं या यह केवल औपचारिकता मात्र के लिए ही नोटिस और उस पर जवाब थामकर या नस्तीबद होकर रह जाएगा।