पहली बार बिना प्लेट व स्क्रू के हुआ हड्डी के जोड़ का ऑपरेशन


उत्तरप्रदेश |� मेडिकल कॉलेज के राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय में पहली बार बिना प्लेट व स्क्रू लगाए अत्याधुनिक विधि से हड्डी का सफल ऑपरेशन किया गया. प्राचार्य डॉ. सलिल श्रीवास्तव ने डॉ. सचिन व उनकी टीम को बधाई दी.
राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय में मॉड्युलर ओटी और एनेस्थेसिया स्टेशन चालू हो जाने से बड़े ऑपरेशन भी आसानी से होने लगे हैं. हड्डी रोग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सचिन ने बताया कि शहर के देवकली निवासी अभिषेक के कंधे की हड्डी करीब छह महीने पहले उखड़ गई थी.
अभिषेक ओपीडी में आए तो डॉ. सचिन ने नई तकनीक से ऑपरेशन करने का फैसला लिया. डॉ. गौरव, एनेस्थेसिया के डॉ. राकेश आदि की टीम के साथ डॉ. सचिन ने दूरबीन विधि से छोटा सा चीरा लगाकर अभिषेक की हड्डी बैठा दी.
● मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग में दूरबीन विधि से बैठाई कंधे की हड्डी
● नई तकनीक को मरीजों के लिए अधिक सुविधाजनक बता रहे डॉक्टर
जल्द चलने-फिरने लगता है मरीज
बिना प्लेट व स्क्रू वाली इस नई तकनीक से किसी भी जोड़ का ऑपरेशन हो सकता है. अभी तक मेडिकल कॉलेज ही नहीं बल्कि जिले के निजी अस्पतालों में भी जोड़ के जो भी ऑपरेशन होते थे उनमें प्लेट व स्क्रू के सहारे जोड़ को स्थिर किया जाता था, लकिन हड्डी जुड़ने के बाद फिर ऑपरेशन कर प्लेट और स्क्रू निकालनी पड़ती थी. इससे मरीज को बहुत परेशानी होती थी और जोड़ भी उतनी अच्छी तरीके से काम नहीं कर पाते हैं. मरीज को चलने-फिरने लायक होने में कई दिन लग जाते थे. डॉ. सचिन ने बताया कि नई विधि से हुए ऑपरेशन में मरीज बहुत जल्द चलने फिरने लगता है और जोड़ भी प्लेट व स्क्रू वाली तकनीक से हुए ऑपरेशन की अपेक्षा बेहतर काम करते हैं.

उत्तरप्रदेश |� मेडिकल कॉलेज के राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय में पहली बार बिना प्लेट व स्क्रू लगाए अत्याधुनिक विधि से हड्डी का सफल ऑपरेशन किया गया. प्राचार्य डॉ. सलिल श्रीवास्तव ने डॉ. सचिन व उनकी टीम को बधाई दी.
राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय में मॉड्युलर ओटी और एनेस्थेसिया स्टेशन चालू हो जाने से बड़े ऑपरेशन भी आसानी से होने लगे हैं. हड्डी रोग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सचिन ने बताया कि शहर के देवकली निवासी अभिषेक के कंधे की हड्डी करीब छह महीने पहले उखड़ गई थी.
अभिषेक ओपीडी में आए तो डॉ. सचिन ने नई तकनीक से ऑपरेशन करने का फैसला लिया. डॉ. गौरव, एनेस्थेसिया के डॉ. राकेश आदि की टीम के साथ डॉ. सचिन ने दूरबीन विधि से छोटा सा चीरा लगाकर अभिषेक की हड्डी बैठा दी.
● मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग में दूरबीन विधि से बैठाई कंधे की हड्डी
● नई तकनीक को मरीजों के लिए अधिक सुविधाजनक बता रहे डॉक्टर
जल्द चलने-फिरने लगता है मरीज
बिना प्लेट व स्क्रू वाली इस नई तकनीक से किसी भी जोड़ का ऑपरेशन हो सकता है. अभी तक मेडिकल कॉलेज ही नहीं बल्कि जिले के निजी अस्पतालों में भी जोड़ के जो भी ऑपरेशन होते थे उनमें प्लेट व स्क्रू के सहारे जोड़ को स्थिर किया जाता था, लकिन हड्डी जुड़ने के बाद फिर ऑपरेशन कर प्लेट और स्क्रू निकालनी पड़ती थी. इससे मरीज को बहुत परेशानी होती थी और जोड़ भी उतनी अच्छी तरीके से काम नहीं कर पाते हैं. मरीज को चलने-फिरने लायक होने में कई दिन लग जाते थे. डॉ. सचिन ने बताया कि नई विधि से हुए ऑपरेशन में मरीज बहुत जल्द चलने फिरने लगता है और जोड़ भी प्लेट व स्क्रू वाली तकनीक से हुए ऑपरेशन की अपेक्षा बेहतर काम करते हैं.
