वडोदरा नाव हादसे में 6 आरोपी गिरफ्तार, देखें वीडियो

नई दिल्ली। गुजरात के वडोदरा में हुए नाव हादसे को लेकर पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। वडोदरा के हरनी झील में एक निजी स्कूल के बच्चे, स्कूल की तरफ से पिकनिक के लिए गए थे। वडोदरा पुलिस ने वडोदरा नाव दुर्घटना से जुड़े 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यहां नाव पलटने से 14 लोगों की मौत मामले में पुलिस ने 18 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। दरअसल, गुरुवार शाम को हुए इस हादसे में नौका के पलट जाने से उसमें सवार 12 विद्यार्थियों और दो शिक्षकों की मौत हो गई। पिकनिक मनाने आए यह लोग हरनी झील में नाव की सवारी कर रहे थे कि तभी यह हादसा हो गया। उन्होंने सोचा भी नहीं होगा की यह पिकनिक उनके लिए जानलेवा साबित होगा।

#WATCH गुजरात: वडोदरा पुलिस ने वडोदरा नाव दुर्घटना से जुड़े 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। pic.twitter.com/XzVlS7Qj4W
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 19, 2024
पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि नाव में 27 लोग सवार थे, जिनमें 23 विद्यार्थी और चार शिक्षक शामिल थे। देर शाम को हुए इस मामले में एक्शन लेते हुए हरणी पुलिस स्टेशन में पांच आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304, 308 और 337 के तहत FIR दर्ज की गई है। इसके साथ ही गुजरात सरकार ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश देते हुए वडोदरा जिला कलेक्टर को 10 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
गुजरात के गृह राज्य मंत्री सांघवी ने मिड्या से बात करते हुए कहा, ‘नौका पलटने की घटना में 12 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई है। इनममें से 18 छात्रों और 2 शिक्षकों को बचाया जा चुका है। हमें मिली खबर के मुताबिक नौका पर सवार केवल 10 छात्र ही लाइफ जैकेट पहने हुए थे जो साबित करता है कि इसमें आयोजकों की बड़ी गलती थी।’ सांघवी ने कहा कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने आगे बताया कि अन्य दोषियों को पकड़ने के लिए एक टीम भी गठित की गई है।
वडोदरा के मुख्य अधिकारी पार्थ ब्रह्मभट्ट ने कहा कि एजेंसियों के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही स्थानीय निवासी कुछ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल चुके थे। गुजरात सरकार ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश देते हुए वडोदरा जिला कलेक्टर को 10 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया हैं। राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी एक सूचना में कहा गया है कि कलेक्टर को उन कारणों और परिस्थितियों की कड़ी जांच करने को कहा गया है जिसकी वजह से यह घटना हुई है।