एक लाख रुपए रिश्वते लेते विजिलेंस ने किया था गिरफ्तार, वक्फ बोर्ड का ऑफिसर निलंबित

शिमला
कारोबारी से लीज नवीनीकरण की एवज में एक लाख रुपए रिश्वत लेते पकड़े गए वक्फ बोर्ड के एस्टेट आफिसर सादिक मोहम्मद को निलंबित कर दिया है। यह निलंबन नियमों के तहत हुआ है, क्योंकि उन्हें पकड़े हुए 72 घंटे हो चुके है। हालांकि हस्ताक्षर करने की शक्तियां वक्फ बोर्ड चेयरमैन के पास समाहित है, लेकिन वक्फ बोर्ड के चेयरमैन का पद खाली चला हुआ है। वक्फ बोर्ड की ओर से शनिवार को ही संबंधित विभाग के प्रधान सचिव से पत्राचार करके शक्तियां और हस्ताक्षर करने की पॉवर सीईओ यानी मुख्य कार्यकारी अधिकारी को देने की मांग की गई है। जानकारी के अनुसार गुरुवार को वक्फ बोर्ड शिमला के एस्टेट आफिसर सादिक मोहम्मद को विजिलेंस की टीम ने एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था।
आरोपी ने लोअर बाजार शिमला के कारोबारी के फ्लैट के लीज एग्रीमेंट रेंट एग्रीमेंट का नवीनीकरण करवाने की एवज में यह रिश्वत राशि मांगी थी। आरोपी को पकडऩे के बाद डीसी ऑफिस में तहसीलदार रिकवरी ब्रांच के कमरा नंबर-408 में आरोपित से करीब दो घंटे तक पूछताछ की। वक्फ बोर्ड का मुख्यालय शिमला के चक्कर में है। विजिलेंस ने लीज एग्रीमेंट व रेंट एग्रीमेंट से संबंधित दस्तावेज भी कब्जे में लिए है, वहीं आरोपित के घर चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के धार गुजरां पर विजिलेंस की टीम ने दबिश देते हुए वहां से कई मकानों की रजिस्ट्री, 136 ग्राम सोने के गहने व कुछ नकदी पकड़ी है। वक्फ बोर्ड के कार्यवाहक सीईओ जफर इकबाल ने बताया कि नियमानुसार 72 घंटे बाद कर्मचारी सस्पेंड हो जाता है।
