
रेवाड़ी। हरियाणा में सोमवार को रेवाड़ी जिले के दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित गांव संगवाड़ी में राजस्थान-हरियाणा के नामी गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला गुर्जर गैंग के दो बदमाशों के साथ गुरुग्राम STF की मुठभेड़ हो गई। बदमाशों ने पुलिसकर्मियों पर कई राउंड फायर किए। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो बलवान उर्फ बल्लू नाम के एक बदमाश की बाजू में गोली लग गई। हालांकि गोली लगने के बाद भी बदमाश पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पाया। वह अपने साथी के साथ भाग गया। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, दोनों गुरुग्राम में करीब एक साल पहले हुए BJP नेता चेयरमैन सुखबीर उर्फ सुखी हत्याकांड में फरार हैं। एसटीएफ और लोकल पुलिस आसपास के इलाकों में दोनों की तलाश कर रही है।

संगवाड़ी गांव में बलवान की बुआ रहने के कारण उसे पूरे गांव की अच्छी जानकारी थी। जिसकी वजह से वह टीटू नाम के एक शख्स के घर पहुंच गया और उसे बताया कि उसके हाथ में चोट लग गई है। उसे इलाज कराना है। किसी तरह बाइक पर एनएच-71 तक छोड़ दें। टीटू चूंकि बलवान को पहले से जानता था। इसलिए वह उसे बाइक पर एनएच-71 पर छोड़ आया। गांव से एनएच-71 की दूरी महज 1 किलोमीटर से भी नहीं है। वहां से बलवान अपने साथियों के साथ भाग गया। वापस आया तो गांव में भारी पुलिस बल तैनात था। पुलिस गांव में हर घर की तलाशी ले रही थी। इसी बीच टीटू ने बताया कि बलवान नाम के एक शख्स को तो वह एनएच-71 पर छोड़कर आया है। उसके हाथ में चोट लगी हुई है। हालांकि उसे ये मालूम नहीं था कि उसके हाथ में गोली लगी है। इसके बाद एसटीएफ ने लोकल पुलिस के साथ मिलकर पूरे इलाके की नाकाबंदी की।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, धर्मबीर और बलवान उर्फ बल्लू दोनों महेंद्रगढ़ जिले में पड़ने वाले गांव खैरोली के रहने वाले हैं। 1 सितंबर 2022 को गुरुग्राम के सदर बाजार में रेमंड के शोरूम के भीतर घुसकर सोहना नगर पालिका के चेयरमैन सुखबीर उर्फ सुखी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में गुरुग्राम पुलिस कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस को पता चला था कि खैरोली गांव के ही रहने वाले गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला गुर्जर गैंग के धर्मबीर और बलवान दोनों हिमाचल नंबर की वेन्यू गाड़ी में सवार होकर दिल्ली-जयपुर हाईवे के आसपास है। इसके बाद पुलिस ने उनका पीछा किया तो वे गांव संगवाड़ी के स्कूल के पास गाड़ी को छोड़कर गांव के अंदर घुस आए।
दोनों के पीछे एसटीएफ की टीम लगी हुई थी। STF ने जब तक गांव के अंदर घेरा डाला तब तक बदमाश वहां से बाइक पर बैठक कर संगवाड़ी के पास से ही गुजर रहे रेवाड़ी-रोहतक हाईवे तक पहुंच गए और यहां से किसी अन्य के साथ बैठकर निकल गए। बताया ये भी जा रहा है कि हाईवे पर ही पहले पुलिस के साथ बदमाशों का कसौला चौक पर आमना-सामना हुआ। यहीं पर फायरिंग के बाद बदमाश आगे की तरफ भागे। कसौला थाना प्रभारी मनोज कुमार के मुताबिक, STF के साथ मुठभेड़ की जानकारी जरूर मिली है। हालांकि अभी पूरी डिटेल नहीं मिल पाई है। जिस प्रकार की शिकायत मिलेगी, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। रेवाड़ी एसपी दीपक सहारण ने एनकाउंटर को लेकर कहा कि ये कार्रवाई एसटीएफ की थी। बदमाशों की गाड़ी पुलिस के कब्जे में है। उसमें कुछ खून के निशान भी मिले हैं। एसटीएफ की तरफ से जैसी तरहीर आएगी। उसी हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी। ये बदमाश कौन सी गैंग से संबंधित थे, इसके बारे में उन्हें भी मालूम नहीं है।