जाम इलाकों की पहचान के लिए ड्रोन से सर्वे होगा

हिसार: शहर के सबसे भीड़भाड़ वाले हिस्सों की पहचान करने और जाम के कारणों का पता लगाने के लिए सड़कों का ड्रोन से सर्वेँ करवाया जाएगा.सड़क सुरक्षा संगठन अधिकारियों (आरएसओ) और यातायात पुलिस द्वारा सर्वे किया जाएगा. जिसके बाद भीड़भाड़ वाले हिस्सों और जंक्शनों से जाम खत्म करने के लिए एक रोड मैप तैयार किया जाएगा.

यातायात पुलिस के अनुसार, शहर में लगभग 20 स्थानों पर नियमित तौर पर जाम की सूचना मिलती है. सर्वेक्षण में बख्तावर चौक, ग्लेरिया मार्केट रोड, महावीर चौक, आर्टेमिस रोड, पुरानी दिल्ली रोड और ओल्ड रेलवे रोड जैसे अन्य क्षेत्रों को शामिल करने की उम्मीद है. पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने को सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने और शहर की प्रमुख सड़कों पर यातायात की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने के लिए डीसीपी (यातायात) और एसीपी और यातायात विंग के अन्य अधिकारियों के साथ यातायात और सड़क सुरक्षा की समीक्षा की. जाम के कारण को समझने के लिए इन बिंदुओं का विस्तृत अध्ययन किया जाएगा. ऐसी कुछ जगहें हैं जहां लोगों को हर सुबह और शाम जाम का सामना करना पड़ता है. इन सभी इलाकों का ड्रोन की मदद से हवाई सर्वेक्षण करने के बाद जाम के कारणों को बताते हुए एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी. रिपोर्ट के आधार पर, यातायात व्यवस्था को सुचारू करने के लिए कदम उठाए जाएंगे. हवाई सर्वेक्षण से उन्हें जमीनी स्थिति की बेहतर समझ मिलेगी, समाधान खोजने में मदद मिलेगी. पुलिस यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि आंतरिक सड़कों सहित सभी सड़कें भीड़भाड़ से मुक्त हों और वाहन बिना किसी रुकावट या देरी के चल सकें. हवाई सर्वेक्षण से उन सड़क इंजीनियरिंग दोषों की पहचान करने में भी मदद मिलेगी. जो दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं, जिसके आधार पर संबंधित एजेंसियों को नोटिस जारी किए जाएंगे. जो सड़क इंजीनियरिंग दोषों को उजागर करेंगे और उन्हें ठीक करने के लिए कहेंगे. पुलिस प्रमुख ने ट्रैफिक पुलिस को सभी ट्रैफिक सिग्नलों पर फ्री लेफ्ट टर्न सुनिश्चित करने और फ्री लेफ्ट टर्न के रास्ते में आने वाली समस्याओं का विश्लेषण करने और उन बाधाओं को दूर करने के लिए जीएमडीए, एमसीजी और एचएसवीपी के साथ चर्चा करने का भी निर्देश दिया.