सोहना में प्रदूषण मापने का यंत्र न लगने से नाराजगी

गुडगाँव: गुरुग्राम शहर से मात्र 12 किलोमीटर दूर 50 हजार की आबादी वाले शहर में प्रदूषण मापने वाला यंत्र नहीं लगा है. य्यह हाल तब है जब नगर परिषद सीमा क्षेत्र में रहने वाले लोग हर साल एक करोड़ के लगभग संपत्ति कर देते हैं. आबादी वाले क्षेत्र से लगता कूड़ा केन्द्र में एक माह में 3 से 4 बार आग लग जाती है. इससे शहर आबोहवा खराब होती है. प्रदूषण मापक यंत्र न लगने से लोगों में नाराजगी है.

सोहना शहर के पास दिल्ली-वडोदरा राष्ट्रीय राजमार्ग, केएमपी, पलवल, नूंह-अलवर, बल्लभगढ़, तावडू-रेवाड़ी, गुरुग्राम-दिल्ली तथा आसपास लगते 30 से 40 गांवों को जाने वाली सड़कों का जाल बिछा हुआ है. हजारों वाहन रोजाना गुजरते हैं. इसके बाद भी यहां प्रदूषण मापने का कोई यंत्र नहीं लगा है. नगर परिषद सीमा क्षेत्र में रहने वालों से नगर परिषद को हर साल एक करोड़ रुपये के लगभग संपत्ति के रूप में वसूली होती है. इसके बावजूद नगर परिषद शहर वासियों का बिगड़ता स्वास्थ्य की तरफ ध्यान नहीं दे रही है.
नगर परिषद सीमा क्षेत्र में बढ़ती आबादी के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जल्द ही प्रदूषण मापक यंत्र की स्थापना की जाएगी. इसके लिए सदन की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा. जनहित में यह कार्य प्राथमिकता से होगा.
-विक्की सिंह, एक्सईएन नगर परिषद सोहना