नवरात्रि के दौरान रोज करे इन शब्दों का जाप

नवरात्रि;शारदीय नवरात्र शुरू हो गए हैं. असो माह के पहले नौ दिनों में देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि में प्रथम शैलपुत्री, द्वितीय ब्रह्मचारिणी, तृतीय चंद्रघंटा, चतुर्थ कुष्मांडा, पंचम स्कंदमाता, षष्ठ कात्यायनी, सप्तम कालरात्रि, अष्टम महागौरी और नवम सिद्धिदात्री की पूजा का विधान है।

शारदीय नवरात्र में लोग मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपायों के साथ मंत्र चालीसा, दुर्गा सप्तशती आदि का पाठ करते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो शारदीय नवरात्रि के दौरान रोजाना इन दो शब्दों का उच्चारण करें। देवी भागवत पुराण के अनुसार इन दो शब्दों के जाप से व्यक्ति को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है और जीवन में खुशियां भी आती हैं।
नवरात्रि के दौरान रोजाना इन 2 शब्दों का जाप करें
देवी भागवत पुराण के अनुसार कई अन्य पुराणों में इस बात का जिक्र है कि इन दो शब्दों का जाप नियमित रूप से नवरात्रि के दौरान करने से लोगों के कष्ट दूर हो जाते हैं। इन शब्दों के उच्चारण से हर दुख से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। -नवरात्रि के दौरान दिन में एक बार या कई बार ‘रिद्धि सिद्धि’ का जाप करना चाहिए। इन दोनों नामों का जाप करने से मां दुर्गा के साथ भगवान गणेश भी प्रसन्न होते हैं।
आपको बता दें कि भगवान गणेश की दोनों पत्नियों का नाम रिद्धि-सिद्धि है। अत: इन दोनों नामों का जाप करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। रोग-दोष और भय से मुक्ति के साथ जीवन में खुशियां आती हैं। इसके अलावा बिजनेस और करियर में अपार सफलता के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी होता है।
देवी भागवत पुराण के 11वें स्कंध में कहा गया है कि प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में खुशियां आती हैं। इसके साथ ही इस मंत्र का जाप करने वाला व्यक्ति बुरे विचारों और भय से मुक्त हो जाता है। मन शांत रहता है और एकाग्रता बढ़ती है। गायत्री मंत्र का जाप करने से हर काम में सफलता मिलती है।
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्॥