नवाज शरीफ ने पाकिस्तान को वापस विकास के रास्ते पर ले जाने का लिया संकल्प

पाकिस्तान। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को चार साल बाद स्वदेश वापसी की. पाकिस्तान में उनका पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. नवाज शरीफ पहले दिन ही जोश में दिखे. एक ऐसा मौका भी आया, जब वो बेहद भावुक हो गए. उन्होंने शाम को मीनार-ए-पाकिस्तान में विशाल जनसभा को संबोधित किया और खुद को पाकिस्तान की जनता से जोड़ा. नवाज ने भूख-गरीबी और खराब अर्थव्यवस्था का मुद्दा उठाया. इसके साथ ही देश को वापस विकास के रास्ते पर ले जाने का संकल्प भी लिया.

बता दें कि नवाज शरीफ (73 साल) ने साल 2019 में पाकिस्तान छोड़ दिया था और ब्रिटेन में जाकर रहने लगे थे. वहां वो चार साल से रह रहे हैं. हाल ही में नवाज को हाई कोर्ट ने जमानत पर छूट दी है, जिसके बाद उन्होंने पाकिस्तान में वापसी की और पहले दिन ही देश की जनता से मुखातिब हुए. नवाज शरीफ ने कहा, मैंने राजनीति के चक्कर में अपनी मां और बीवी को खो दिया है.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने बताया कि जब वो जेल में बंद थे, तब बीवी की मौत की खबर मिलने पर उनका क्या हाल हो गया था. यह किस्सा सुनाते वक्त नवाज काफी भावुक हो गए. उन्होंने रैली में उमड़ी भीड़ की तरफ इशारा किया और कहा, आपके प्यार को देखने के बाद मैं अपना ‘दुख और दर्द’ भूल गया हूं. पीएमएल-एन सुप्रीमो ने कहा, भले ही मैं याद न रखना चाहूं. लेकिन कुछ घाव ऐसे होते हैं जो कभी भरते नहीं हैं. नवाज ने रुंधी आवाज में आगे कहा, मैंने अपनी मां और बीवी को राजनीति के कारण खो दिया है. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे वो अपनी मां, पिता और बीवी को आखिरी बार नहीं देख सके और ना अंतिम विदाई दे पाए.
नवाज का कहना था कि जब मेरी बीवी कुलसुम अपनी जिंदगी के आखिरी पलों को गुजार रही थीं. तब मैंने उनसे (जेल अधिकारियों से) आग्रह किया कि वो मुझे बीवी से बात करने के लिए एक कॉल करने की अनुमति दे दें. मैं आपको उस समय के बारे में बता रहा हूं जब अदियाला जेल में बंद था. ढाई घंटे तक मैं अनुरोध करता रहा, लेकिन एक कॉल करने तक की इजाजत नहीं दी गई. और आखिर में मुझे उनकी मौत की खबर मिली. शरीफ जब यह सब वाकया सुना रहे थे. तब उन्होंने मंच पर अपनी बेटी मरियम की तरफ देखा और भावुक हो गए. रैली के मंच पर भाई शहबाज और अन्य पार्टी नेता भी बैठे थे. नवाज ने कहा, जेल में मुझसे कहा गया कि वो मरियम को (कुलसुम की मौत की) खबर देंगे, लेकिन मैंने मना किया. कल्पना कीजिए, मरियम और अन्य लोग इसे तब कैसे सहन कर पाते, जब वो बिल्कुल अकेले हों. बता दें कि कुलसुम शरीफ का साल 2018 में 70 वर्ष की आयु में लंदन में निधन हो गया था. जबकि शरीफ और उनकी बेटी मरियम दोनों भ्रष्टाचार के मामलों में पाकिस्तान की जेल मे सजा काट रहे थे. इससे पहले शनिवार दोपहर नवाज शरीफ लंदन से पाकिस्तान पहुंचे. अपनी जमानत के संबंध में कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद वो पंजाब प्रांत में पीएमएल-एन के गढ़ लाहौर के लिए रवाना हुए.