
धर्मशाला। हिमाचल मेडिकल आफिसर्स एसोसिएशन (एचएमओए) के आह्वान पर जिला कांगड़ा के डाक्टर्स द्वारा काले बैज लगाकर शांतिपूर्वक सरकार के प्रति रोष जताने का सिलसिला जारी है। पहली फरवरी तक काले बैज लगाकर चिकित्सकों द्वारा इसी तरह काम किया जाएगा। एसोसिएशन की मानें तो फरवरी माह के पहले सप्ताह को सीएम ने वार्ता हेतु समय देने की बात कही है। यदि समय मिलता है, और सरकार की एसोसिएशन से वार्ता में मांगें मान ली गई तो ठीक, अन्यथा एसोसिएशन आगामी रणनीति बनाने को मजबूर होगी। एचएमओए जिला कांगड़ा इकाई के अनुसार चिकित्सकों की बड़ी मांग नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस (एनपीए) को बहाल करने की है। चिकित्सकों के पास पदोन्नति के बहुत कम पद स्वीकृत हैं।

संदर्भ में उन्हें 4-9-14 एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन स्कीम दी जाती थी, इसे फिर बहाल किया जाए। डायनेमिक करियर प्रोग्रेशन स्कीम केंद्र के बराबर लागू हो। रेगुलर डीपीसी न करने से मेडिकल कालेज की मान्यताओं पर भी खतरा मंडरा रहा है, इसे रेगुलर किया जाए। तीन जून को प्रोजेक्ट डायरेक्टर एड्स कंट्रोल सोसायटी का कार्यभार स्वास्थ्य निदेशक को पुन: प्रदान करने के संदर्भ में सहमति जताई थी। धरातल पर स्वास्थ्य निदेशक की स्थायी नियुक्ति नहीं हो पाई, जो एड्स कंट्रोल सोसायटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर का कार्यभार स्वास्थ्य निदेशक को दिया जाना था, वह मामला भी अधर में लटक गया है। ऐसे में उक्त सभी मामलों को लेकर डाक्टर्स भी काले बिल्ले लगाकर एक फरवरी तक प्रदर्शन करेंगेे। वहीं इसके बाद आंदोलन को तेज़ करने का भी ऐलान ऑफिसर्स एसोसिएशन ने कर दी है।