खुद को जिंदा साबित करने के लिए लगा रहा चक्कर, इस फरियादी की कहानी हैरान कर देगी

रांची: झारखंड की राजधानी रांची में ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम की जनसुनवाई में अजीबोगरीब मामला सामने आया. कागज फिल्म की कहानी की तरह प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में एक फरियादी गुहार लगाते हुए पहुंचा और कहने लगा हुजूर मैं मुर्दा नहीं मैं जिंदा हूं.

दरअसल उस फरियादी को सरकारी कागजों में मृत घोषित कर दिया गया था. लोकनाथ सिंह नाम के शख्स ने जनसुनवाई में खुद उपस्थित होकर गुहार लगाई कि मैं मरा नहीं बल्कि जिंदा हूं. उस व्यक्ति ने कहा कि वो जिंदा है फिर भी कहीं उसकी सुनवाई नहीं हो रही इसलिए वो मंत्री जी के दरबार में पहुंचा है.
दरअसल रामगढ़ के पतरातु निवासी लोकनाथ सिंह को सरकारी कागजों में मृत घोषित किया गया है. उस व्यक्ति ने इसके पीछे जो कारण बताया कि वो बेहद चौंकाने वाला है. उस शख्स ने कहा कि उसकी जमीन को हड़पने के लिए ऐसा किया गया है.
लोकनाथ सिंह को वंशावली में मृत घोषित कर और निसंतान बताकर जमीन हड़पने की साजिश रची गई. हैरानी की बात ये है की लोकनाथ सिंह न तो मृत है और न ही निसंतान हैं. मंत्री के जनता दरबार में वो अपने बेटे प्रेमनाथ सिंह के साथ गुहार लगाने पहुंचे थे.
लोकनाथ सिंह ने कहा की जमीन माफिया उसकी जमीन हथिया कर उसे बेच रहे हैं और म्यूटेशन तक करवा चुके हैं. इसमें अंचलाधिकारी की भी मिलीभगत का आरोप लोकनाथ सिंह ने लगाया. उनका आरोप है की तमाम जानकारी उन्होंने अंचलाधिकारी को दी थी लेकिन कोई करवाई करने की जगह माफिया के पक्ष में जमीन का दाखिल खारिज करवा दिया.
मंत्री आलमगीर आलम लोकनाथ सिंह की शिकायत सुनकर चौंक गए. उन्होंने तुरंत संबंधित अधिकारियों को फोन करके इस घटना की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त करवाई करने के निर्देश दिए हैं.