उर्वरक की थैली में पत्थर के टुकड़े, मिट्टी मिली

छतरपुर : गोदामों, निजी दुकानों और सरकारी सहकारी समितियों से किसानों द्वारा खरीदी गई उर्वरक की बोरियों में मिट्टी और पत्थर के टुकड़े थे। ऐसी ही एक घटना तब सामने आई जब बिजावर विकासखंड के जसगुआ क्षेत्र के एक किसान ने एक बोरी खोली जिसमें खाद की जगह पत्थर के चिप्स और मिट्टी थी।

तिवारी ने बिजावर की एक सरकारी सहकारी समिति से खाद की एक बोरी खरीदी, लेकिन जब उसे खोला तो उसमें मिट्टी और पत्थर के टुकड़े मिले। सरकार का वेयरहाउस मार्केटिंग संघ उस सहकारी समिति को चला रहा है जहां से उर्वरक खरीदा जाता था।
जब मामला बिजावर के एक गोदाम के मैनेजर गणेश प्रसाद कोरी के सामने रखा गया तो उन्होंने कहा कि समितियों को हजारों बोरी खाद मिली है। उन्होंने कहा, हो सकता है कि किसी ने उर्वरक भर दिया हो जो जमीन पर फैल गया हो, इसलिए मिट्टी और पत्थर के टुकड़े उर्वरक के साथ थैली में चले गए। अधिकारी ने आगे कहा कि उन्होंने संबंधित किसान से बात की है और उन्हें उर्वरक का एक ताजा बैग दिया जाएगा, लेकिन सरकारी सहकारी समितियों से मिलावटी उर्वरक बेचने का कोई सवाल ही नहीं है।