मंदिर बनवाते समय रखें इन बातों का ध्यान

मंदिर : अगर आप एक धार्मिक व्यक्ति है और पूजा-पाठ में विश्वास रखते हैं तो ऐसे में आपको अपने घर में मंदिर जरूर बनाना चाहिए । साथ ही घर में मंदिर बनाते समय कुछ बातों का भी ध्यान रखना चाहिए। अगर आप भूमि पूजन करना चाहते हैं तो भी यह सुनिश्चित कर लें कि दिशा अच्छी हो। अपने घर में मंदिर निर्माण की दिशा जानें और फिर वास्तु के अनुसार काम करें। घर का ईशान कोण या उत्तर-पूर्व-मध्य दिशा मंदिर के लिए अच्छी मानी जाती है। इस दिशा में पूजा में प्रार्थना और ध्यान और पूजा करने से बेहद लाभ मिलता है। तो जानिए कैसे घर में करे मंदिर का निर्माण और नियम :

मंदिर बनवाते समय रखें इन बातों का ध्यान : मंदिर के चारों कोने हमेशा 90 डिग्री के होने चाहिए। चौकोर आकार का मंदिर वास्तु की दृष्टि से उत्तम माना जाता है। यह भी देखें कि मंदिर के नीचे से कोई सीवरेज पाइप लाइन न गुजरे। मंदिर में सामान्य भूरे रंग का प्रयोग अनिवार्य है। यदि कोई भवन गिर गया हो तो मंदिर के निर्माण में ईंट, चूना, पत्थर और लकड़ी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। घर के पूजा घर में हिंसक और अशुभ पशु-पक्षियों, वास्तुपुरुष की तस्वीरें न लगाएं। पूजा घर के कोने में भारी सामान न रखें। शयनकक्ष में मंदिर की स्थापना न करें। मंदिर में खंडित मूर्तियां न रखें। मंदिर निर्माण की दीवार का संबंध शौचालय या स्नानघर से नहीं होना चाहिए।
घर के बेसमेंट में भूलकर भी मंदिर न रखें। सीढ़ियों के नीचे मंदिर स्थापित करने के बारे में तो सोचें भी नहीं। मंदिर का प्रवेश द्वार आपके घर के मुख्य द्वार से छोटा होना चाहिए।