बंद कमरों में बैठक, निगम के वार्डो में विकास के भ्रष्टाचार को सामने लाने की रणनीति बना रहे

मध्यप्रदेश | राजधानी में भाजपा के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद चुनावी सरगर्मी धीरे-धीरे बढ़ने लगी है. भाजपा प्रत्याशियों ने जहां बंद कमरों में बैठकें कर रणनीति बनानी शुरू कर दी है. वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवारों को लेकर अभी संशय बरकरार है. बावजूद इसके कांग्रेस पीसी शर्मा, आरिफ मसूद, आश्वस्त हैं कि उन्हें ही टिकट मिलेगा. कांग्रेसी भाजपा विधायकों द्वारा दिखाए जा रहे विकास कार्यों की वार्डवार पोलपट्टी सामने लाने की रणनीति बना रहे हैं. जबकि, भाजपा कांग्रेस शासन के करीब डेढ़ साल के शासन की असफलताओं को जनता के सामने रखकर वोट मांगने की रणनीति तैयार कर रही है. उधर, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप मोनू सक्सेना का कहना है कि हम विकास कार्यों में कमीशनखोरी और घटिया गुणवत्ता दोनों के तथ्य को जनता के सामने रखने जा रहे है. विधानसभाओं में शामिल वार्डों के आधार पर लोगों को अपने क्षेत्र के विकास कार्यों की हकीकत समझाएंगे. किस तरह विकास के नाम पर सत्ताधारी दल ने पैसों की लूट की, इसे तथ्यों के साथ रखेंगे. बहरहाल, अभी कोई चुनावी मुद्दा शहर में उभरकर सामने नहीं आया है.

कांग्रेस के मौजूदा पार्षद और हारे हुए पार्षद उम्मीदवार को एक साथ लाकर वार्ड और बूथ लेवल पर लोगों को हकीकत से अवगत कराने की कोशिश में कांग्रेस है. विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने भले ही अब तक अपने प्रत्याशियों के नाम तय नहीं किए हैं, लेकिन मौजूदा विधायकों और संभावित प्रत्याशियों ने बंद कमरा बैठकें शुरू कर दी हैं. सभी विधानसभाओं में नगर निगम के वार्डों के कार्यों के आधार पर भाजपा प्रत्याशी को घेरने की रणनीति तैयार कर रहे हैं.
बैरसिया में टिकट मिलने के दूसरे दिन प्रत्याशी विष्णु खत्री स्थानीय हनुमान मंदिर में जाकर पूजन अर्चन किया. गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र की प्रत्याशी बनाए जाने के बाद कृष्णा गौर देवी मां के मंदिर में दर्शन करने गईं. हुजूर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रामेश्वर शर्मा ने को शिव मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे. जबकि, नरेला विधानसभा क्षेत्र से विश्वास सारंग मंदिरों में दर्शन करने के लिए गए एवं महिला मंडली के साथ बैठकर भजन गायन किया. यह सभी नेता संपर्क में जुट गए हैं.