राजस्थान चुनावों से पहले एक बार फिर प्रदेश को मिल सकती है नए जिलों की सौगात

राजस्थान। राजस्थान में जिलों की संख्या बढ़ने वाली है। ऐसी संभावना है कि राजस्थान में अब जिलों की संख्या 50 से बढ़कर और अधिक होगी। ऐसी संभावना सीएम अशोक गहलोत के इस कदम से दिखाई देती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नए जिलों के गठन को लेकर सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी रामलुभाया की अध्यक्षता में गठित उच्चस्तरीय समिति का कार्यकाल 6 माह और बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इस बीच सीएम गहलोत ने शुक्रवार को और नए जिले बनाने के संकेत भी दिए हैं। सीए अशोक गहलोत ने शुक्रवार को दूदू और ब्यावर में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान जनसभाओं में कहा यदि उनकी सरकार रिपीट होती है।
प्रदेश में नए और जिले बनेंगे। उन्होंने कहा कि छोटे जिले बनाने का प्रयोग सफल रहा है। दूदू सबसे छोटा जिला बना है, जबकि ब्यावर को जिला बनाने की मांग लंबे समय से चली आ रही थी। एसीएस फाइनेंस को छोड़कर किसी भी अधिकारी को 19 जिले बनाए जाने की जानकारी नहीं थी। रामलुभाया समिति का कार्यकाल 13 सितम्बर को पूरा हो रहा, जबकि नवगठित 3 सम्भागों एवं 17 जिलों की राजस्व इकाइयों के पुनर्गठन के लिए सूचना एकत्र कर परीक्षण करने में अभी और समय लगेगा। समिति के पास कुछ और नए जिलों के प्रस्ताव भी पेंडिंग हैं।
