2022 में हत्या: 2023 में पकड़ाए हत्यारे, पर्ची के कारण पुलिस को मिली सफलता

कानपुर: कानपुर में पुलिस ने हत्या की एक ऐसी गुत्थी सुलझाई है किसी फिल्म कहानी से कम नहीं है. पुलिस सिर्फ एक पर्ची के जरिए कातिल तक पहुंच गई. दरअसल एक साल पहले कानपुर में एक शख्स की हत्या हो गई थी और पुलिस उसकी पहचान भी नहीं कर पा रही थी.

पुलिस जब शव के पास पहुंची तो उसे कुछ नहीं मिला. बस पास में एक पर्ची पड़ी थी जिस पर लिखा था ‘दिलीप डॉक्टर साहब के बगल में बांदा’ बस पुलिस ने इस पर्ची के जरिए हत्या के इस केस को सुलझा लिया.
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि दिलीप की शिव शंकर नाम के व्यक्ति से बड़ी अच्छी दोस्ती थी. दिलीप ने शिव शंकर को 50000 रुपये उधार भी दिया था. पुलिस ने शिव शंकर से पूछताछ की तो उसने पैसों की बात स्वीकार की लेकिन हत्या से इनकार कर दिया.
फिर पुलिस को शिव शंकर के भाई सुशील का पता चला. पुलिस को उस पर शक हो गया जिसके बाद 15 नवंबर 2022 की उसकी मोबाइल लोकेशन निकलवाई गई. उसमें सुशील का नंबर 14 तारीख की रात में उसी इलाके में पाया गया जहां दिलीप का शव मिला था. इसके बाद पुलिस को पता चला कि घटना वाले दिन इन दोनों भाई के साथ दिलीप को देखा गया था.
पुलिस ने मंगलवार को कानपुर में दोनों भाई शिवशंकर और सुशील को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि 50000 रुपये ना देना पड़े इसलिए उन्होंने दिलीप की हत्या कर दी थी. किसी को शक ना हो इसलिए घूमने के बहाने कानपुर लाकर उन्होंने उसका कत्ल किया था.