सरकारी मदद को परिवार को तलाश रहा प्रशासन

उत्तरप्रदेश | आर्थिक तंगी से जूझ रहे जिस परिवार के पास बेटी के अंतिम संस्कार के भी पैसे नहीं थे. उसे सरकारी मदद देने के लिए जिला प्रशासन की टीम ने पूरे दिन तलाश की, लेकिन परिवार कहीं नहीं मिला. देर रात सूचना मिली कि शायद कुछ परिवार झूंसी थाने के पास हैं, यहां टीम जाएगी.
झूंसी में एक गरीब परिवार बेटी का शव बांस में चादर बांधकर उसमें रखकर ले जा रहा था. इसका वीडियो वायरल हुआ तो जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने गरीब परिवार को आर्थिक मदद देने के लिए नगर आयुक्त, स्वास्थ्य विभाग और एसडीएम फूलपुर को निर्देश दिया था. लेखपालों की टीम पहले नीबी और बाद में बजहा गांव पहुंची. ग्राम प्रधान नीबी ने बताया कि काफी खोजबीन के बाद गांव में उस परिवार का कुछ पता नहीं चला. बाद में पता चला कि वह अपने गांव वाराणसी लौट गया. वाराणसी का कपसेठी बनकट गांव निवासी मैनेजर अपनी पत्नी, बेटी अनिता, दामाद नखड़ू के साथ झूंसी में दोना पत्तल बेचने आया था. अचानक मैनेजर की बेटी अनीता की तबीयत बिगड़ी और उसकी बेटी अनीता की मौत हो गई. परिवार के पास अंतिम संस्कार के लिए भी पैसे न होने के कारण मैनेजर और नखड़ू बांस में चादर बांधकर उसमें अनिता का शव लेकर अंतिम संस्कार को जा रहे थे.

झूंसी में जब उन पर लोगों की नजर पड़ी तो रोका और मामले की सूचना पुलिस को दी गई. इस दौरान लोगों ने परिवार की आर्थिक मदद भी की थी. एसडीएम फूलपुर का कहना है कि टीम दोनों गांव गई थी, लेकिन ऐसा परिवार नहीं मिला.