नई पीआईबी एक्ट को लेकर आरएनआई अधिकारियो और आईएनएस मेंबर्स के बीच हुई चर्चा
आरएनआई के विशेषकर डिस्कैपेंसी की समस्या दूर होगी

दिल्ली: समाचार पत्रों की दैनिक प्रति 48 घंटे में पीआईबी कार्यालय में जमा करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल संबंधी भ्रांति दूर करते हुए उन्होंने इंडिया पहल को नया आयाम देते हुए कहा कि वास्तव में इसमें समाचार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय समाचार पत्र की दैनिक प्रति को 48 घंटे के पत्रों से जुड़ी सभी प्रक्रियाओं को भीतर पोस्ट करना होगा। इस अवसर पर इसे ऑनलाइन करने जा रहा है।

इस पर आरएनआई के एडिशनल संबंध में व्यापक विचार-विमर्श के डायरेक्टर जनरल राजीव कुमार जैन ने दिल्ली में कल (बृहस्पतिवार) को बताया कि ऑटोमेशन की यह आरएनआई अधिकारियों एवं समाचार पत्र संचालकों को आईएनएस मेंबर्स के बीच मैराथन रही दिक्कतों को दूर करने की दिशा में बैठक हुई। उन्होंने कहा कि इस बैठक के बारे में आरएनआई के विशेषकर “डिस्कैपेंसी: को लेकर जो प्रेस रजिस्ट्रार भूपेंद्र कंथोला ने कहा समस्याएं बनी चली आ रही थीं, यह एक ऐतिहासिक पहल है, दूर होंगी।
यह पोर्टल समाचार पत्र जिसके तहत पेपरएलेस ऑफिस तैयार स्वामी के आधार से जुड़ा होगा। समाचार पत्रों को यह सुविधा समाचार पत्र से जुड़ी सारी सारी ई-सेवा पोर्टल के माध्यम से मिलेगी। सूचनाएं उसी आधार नंबर पर सेव इसमें रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया होंगी। भविष्य में भौतिक रूप में कोई काम ऑनलाइन करने के साथ-साथ, पेपर जमा नहीं करना होगा। डीएम पंजीकरण-ट्रैकिंग की ऑनलाइन डिक्लेरेशन की समस्या भी काफी हद तक व्यवस्था रहेगी।