नवरात्र अनुष्ठान के पांचवें दिन के अवसर पर योग प्रशिक्षण का आयोजन किया गया

छपरा: डेरनी ऋतंभरा प्रज्ञा आश्रम गायत्री शक्तिपीठ में नवरात्र अनुष्ठान के पावन अवसर पर प्रातः कालीन हवन,यज्ञ के पश्चात पंचम दिवस समस्त भक्तों को योग का प्रशिक्षण दिया गया। इस पावन अवसर पर सद्गुरु मुकेश ऋषि ने समस्त भक्तों, शिष्यों को संबोधित करते हुए योग की महत्ता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा-योग जन-जन के जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। योग की परंपरा प्राचीन ऋषियों की देन है। भारतीय संस्कृति में योग का महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने आगे कहा-योग का शाब्दिक व आध्यात्मिक अर्थ है जोड़ना, मेल कराना।

इस पावन अवसर पर सद्गुरु मुकेश ऋषि ने समस्त भक्तों,शिष्यों को सर्वप्रथम पवनमुक्तासन, गतिचाल, सुषुप्त बजरासन, योगमुद्रा, उत्कटासन, बकासन, हलासन, सर्वासन, भुजंगासन, वज्रासन, गर्भासन, कपालभाति, भस्त्रिका प्राणायाम का प्रशिक्षण दिया।