इंफाल पश्चिम में सोमवार को कर्फ्यू में सात घंटे की ढील दी जाएगी

मणिपुर : मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच हिंसा की आग अभी तक बुझी नहीं है, लेकिन सरकार स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रही है. इस बीच, जिला प्रशासन ने आम जनता को आवश्यक वस्तुएं खरीदने की सुविधा देने के लिए सोमवार को एक बार फिर कर्फ्यू में ढील देने का फैसला किया है। आम जनता को दवा और खाद्य पदार्थों सहित आवश्यक वस्तुओं की खरीद की सुविधा के लिए इंफाल पश्चिम जिले के सभी क्षेत्रों में 7 अगस्त को सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी गौरतलब है कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च आयोजित किए जाने के बाद घाटी में भड़की जातीय हिंसा में 160 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।लेकिन सरकार स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रही है. इस बीच, जिला प्रशासन ने आम जनता को आवश्यक वस्तुएं खरीदने की सुविधा देने के लिए सोमवार को एक बार फिर कर्फ्यू में ढील देने का फैसला किया है। आम जनता को दवा और खाद्य पदार्थों सहित आवश्यक वस्तुओं की खरीद की सुविधा के लिए इंफाल पश्चिम जिले के सभी क्षेत्रों में 7 अगस्त को सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी गौरतलब है कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च आयोजित किए जाने के बाद घाटी में भड़की जातीय हिंसा में 160 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।लेकिन सरकार स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रही है. इस बीच, जिला प्रशासन ने आम जनता को आवश्यक वस्तुएं खरीदने की सुविधा देने के लिए सोमवार को एक बार फिर कर्फ्यू में ढील देने का फैसला किया है। आम जनता को दवा और खाद्य पदार्थों सहित आवश्यक वस्तुओं की खरीद की सुविधा के लिए इंफाल पश्चिम जिले के सभी क्षेत्रों में 7 अगस्त को सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी गौरतलब है कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च आयोजित किए जाने के बाद घाटी में भड़की जातीय हिंसा में 160 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
