मोबाइल चार्ज करते समय रखें यह सावधानियां

नई दिल्ली। आज के समय में स्मार्ट फोन तो सब के पास होता हैं अगर स्मार्ट फोन है तो उसे चार्ज भी करना पड़ेगा अगर हम मोबाइल को सहीं तरीके से चार्ज नहीं करते हैं तो इस वजह से मोबाइ में परेशानियां आ जाती हैं। चलिए जानते है उन गलतियों के बारे में जो अक्सर हम मोबाइल चार्ज करते समय करते हैं।
हर नए स्मार्टफोन में लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है जोकि लंबे समय तक चलने के लिए बनाई गई है। इसे पूरी तरह से डिस्चार्ज न होने दें। यदि लिथियम-आयन बैटरी को शून्य पर डिस्चार्ज किया जाता है, तो इसकी क्षमता कम हो जाती है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि स्मार्टफोन को पूरी तरह से बंद करने से पहले उसे मैन्युअल रूप से बंद कर दें। स्थिर बैटरी के लिए चार्ज स्तर ऊपरी-मध्य-श्रेणी का होता है। बैटरी को 40 से 80 प्रतिशत के बीच चार्ज रखने की कोशिश करें। इससे बैटरी की लाइफ बढ़ जाएगी। इसका मुख्य कारण यह है कि उच्च वोल्टेज बैटरी बहुत अधिक दबाव में होती है और कम प्रतिशत बैटरी के आंतरिक तंत्र को प्रभावित कर सकती है। स्थिर बैटरी के लिए चार्ज स्तर ऊपरी-मध्य-श्रेणी का होता है। बैटरी को 40 से 80 प्रतिशत के बीच चार्ज रखने की कोशिश करें। इससे बैटरी की लाइफ बढ़ जाएगी। इसका मुख्य कारण यह है कि उच्च वोल्टेज बैटरी बहुत अधिक दबाव में होती है और कम प्रतिशत बैटरी के आंतरिक तंत्र को प्रभावित कर सकती है।
एक अध्ययन से पता चला है कि इलेक्ट्रॉन का स्तर ऊंचा रखने से बैटरी को नुकसान हो सकता है और उसका जीवन छोटा हो सकता है। प्रत्येक चार्ज पर आपको अपने फोन की बैटरी को कितना चार्ज करना चाहिए, यह रेंज डिवाइस और डेटा के अनुसार अलग-अलग होती है। लेकिन, इसका होना हमेशा फायदेमंद होता है। इसलिए कभी भी अपने फोन को 80 फीसदी क्षमता से ज्यादा चार्ज न करें। चार्जिंग कम होने पर कुछ लोगों की बैटरी को बार-बार चार्ज करने की आदत होती है। इससे बैटरी लाइफ कम हो जाती है। इसलिए बैटरी को तभी चार्ज करना चाहिए जब चार्जिंग को एक निश्चित सीमा तक कम किया जाए।
