केमिस्ट एसोसिएशन ने नारकोटिक्स इंस्पेक्टर पर लगाया धमकाने और अवैध वसूली का आरोप

टोंक। नारकोटिक्स विभाग के इंस्पेक्टर द्वारा प्राइवेट लोगों के साथ मिलकर केमिस्ट को धमकाने और कथित चौथ वसूली के मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर आज केमिस्ट सड़कों पर उतर गए । केमिस्ट एसोसिएशन के तत्त्वाधान में सोमवार को जिला मुख्यालय पर शहर भर के केमिस्ट मेडिकल व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। उन्होंने जिला कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर एडीएम को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद सभी पैदल मार्च कर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए एसपी ऑफिस पहुंचे। जहां उन्होंने एसपी राजर्षि राज को ज्ञापन देकर मामले की जांच निष्पक्ष करवाकर दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी का कहना है कि जिस तरह से असंवैधानिक तरीके से गत दिनों नारकोटिक्स विभाग के इंस्पेक्टर द्वारा अन्य साथियों के साथ मिलकर असंवैधानिक तरीके से कार्रवाई की है, हम उसका विरोध कर रहे हैं। आपको बता दें कि टोंक जिला मुख्यालय पर पटेल दुकानदार गौरव सैनी को 2 सितम्बर को दोपहर तीन बजे एक कार में तीन चार लोग आए और खुद को नारकोटिक्स अधिकारी बताया।
दुकानदार से उन्होंने पूछताछ करने की बात कहकर बंमोर रोड के पास कृष्णा गेस्ट हाउस में चलने को कहा। नहीं जाने पर NDPC केस में फंसाने की धमकी दी। ऐसे में दुकानदार ने कुछ अन्य मेडिकल दुकानदारों को इसकी जानकारी देते उनके साथ गेस्ट हाउस चला गया। जहां उसके साथ मारपीट कर उसका मोबाइल व पर्स छीन लिया। फिर मोबाईल तो वापस कर दिया, लेकिन पर्स वापस नही दिया। कुछ देर बाद ही कई दुकानदार गेस्ट हाउस पहुंच गए और हंगामा खड़ा कर दिया। घटना की सूचना पर पुरानी टोंक थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मेडिकल दुकानदार को छुड़ा कर नारकोटिक्स इंस्पेक्टर व उसके तीन अन्य दोस्तों को शांति भंग में गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित ने कोतवाली में मामला दर्ज कराने से आगे की कार्रवाई कोतवाली पुलिस कर रही। पीड़ित ने आरोपियों द्वारा 50 लाख रुपये मांगने की रिपोर्ट में दर्ज कराई है। इसकी भी जांच की जा रही है। वहीं अन्य मामले में सुभाष बाजार स्थित मेडिकल संचालक ने अगस्त में की गई कार्रवाई के दौरान नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी पर जयपुर बुलाकर 50 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि अगस्त में हुई कार्रवाई के बदले में नोटिस देकर उन्हें जयपुर की चौकी ढाणी बुला लिया और उससे बड़ी चौथवसूली का प्रयास किया था।
