चंबल का पानी पांचना और जगर में पहुंचाने की मांग, किसानों ने सौंपा ज्ञापन

करौली। करौली हिंडौन सिटी में चंबल का पानी पांचना बांधी और जगर बांध में लिफ्ट परियोजना के जरिए पहुंचाने की मांग को लेकर जगर बांध संघर्ष समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जगर बांध की पाल के पास स्थित गांव कारवाडी के जग्गेश्वर महादेव मन्दिर परिसर में काफी संख्या में उपस्थित किसानों ने राज्य सरकार के खिलाफ अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। संघर्ष समिति के मोरध्वज पहलवान ने बताया कि बैठक की अध्यक्षता हरज्ञाननाथ पीपलहेडा ने की। जिसमें चर्चा के दौरान बताया कि चंबल का पानी पांचना बांध और जगर बांध, आगिरी बांध, क्यारदा बांध, जाट का तालाब में पानी पहुंचाने की मांग लंबे समय से की जा रही है। सर्व समाज जगर बांध संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलन को लेकर भी चर्चा हुई। बताया गया कि इस मांग को लेकर क्षेत्र के किसान पिछले एक माह से लगातार नुक्कड नाटक और जागरूकता रैली कर रहे हैं। इसी के साथ सोमवार को किसानों ने सामूहिक रूप से आंदोलन का निर्णय लिया है।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने अर्द्धनग्न होकर जगर बांध के प्रति क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और राज्य सरकार की अनदेखी को लेकर प्रदर्शन किया गया। इस मामले में डांग विकास बोर्ड अध्यक्ष और करौली विधायक लाखन सिह मीना ने संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से फोन पर बातचीत भी की। इस दौरान मुख्यमंत्री से मिलकर समस्या से अवगत कराने पर सहमती बनी। बैठक में चौबीस क्षेत्र के किसान मौजूद रहे। प्रदर्शन के दौरान सिया सिंह फौजी, हरज्ञान योगी, राधामोहन शर्मा, रिंकू सिंह चौहान, विशाल सिंह गुर्जर, जयदेव शर्मा, लक्ष्मण सैनी, जगवेन्द्र चौधरी, भूपेन्द्र सिंह, राकेश कुमार, सुल्तानसिंह, कुलदीप योगी, नरेन्द्र शर्मा आदि शामिल रहे। टोडाभीम में बारिश नहीं होने से फसलों को काफी नुकसान हो रहा है। वही तापमान में बढ़ोतरी होने से भूमि की नमी कम हो गई है। जिसका असर अब धीरे धीरे फसल पर पड़ रहा है। बाजरे की फसल को इन दिनों पकाव के लिये पानी की आवश्यकता होती है। वही इन दिनों दिन व रात का तापमान अधिक होने के चलते लोगो को गर्मी भी खूब सता रही है। जहां इस समय औसतन तापमान 30 डिग्री के आसपास रहता है। वही इन दिनों 40 डिग्री तक तापमान चल रहा है।जिससे लोगों को मई जून की सी गर्मी का सितम सताने लग गया है। वही सुबह 8 बजे बाद से ही तेज धूप पड़ना शुरू हो जाती है। जिससे दिन में धीरे-धीरे तापमान अधिक होता जाता है।
