दो हजार मरीजों को संभाल रहे महज 150 नर्सिंगकर्मी, परिजन और डॉक्टर परेशान

जयपुर। एसएमएस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल नर्सिंग स्टाफ की भारी कमी से जूझ रहा है। यहां नर्सिंग स्टाफ के 400 पद स्वीकृत हैं और मात्र 150 नर्सें कार्यरत हैं. इनमें से प्रतिदिन 20 से 25 नर्सिंगकर्मी किसी न किसी कारण से अवकाश पर रहते हैं। इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आए दिन मरीजों के परिजन वार्डों, आईसीयू और इमरजेंसी में नर्सिंग स्टाफ से गुहार लगाते नजर आते हैं। मरीजों की भारी संख्या के बावजूद नर्सिंग स्टाफ नहीं बढ़ाया जा रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी वार्डों और आईसीयू में भर्ती मरीजों को होती है। चाहे उनकी ड्रिप बदलनी हो या उनका इंजेक्शन लगाना हो या उनकी दवा देनी हो…नर्सिंग स्टाफ से कई मिन्नतें करनी पड़ती हैं। अगर किसी मरीज की तबीयत अचानक बिगड़ जाए तो नर्सिंग स्टाफ तुरंत नहीं पहुंच पाता। क्योंकि वे दूसरे मरीजों की सेवा में व्यस्त हैं. बीच-बीच में उन्हें बुलाने से मरीजों के परिजनों में झगड़ा भी हो सकता है. वहीं, नर्सिंगकर्मी भी परेशान हो जाते हैं. एसएमएस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 1500 से अधिक मरीज आते हैं। यहां हर दिन 250 से 300 मरीज भर्ती होते हैं, जबकि अस्पताल में सिर्फ 321 बेड हैं. इससे भी मरीजों व परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
