प्रसव में आइजा पीएचसी का रिकॉर्ड

अयिजा: तेलंगाना सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में दी जाने वाली सुविधाएं उपलब्ध कराने से गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं और मरीजों को बेहतर सेवाएं मिल रही हैं। पीएचसी में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं इसलिए डॉक्टर सुरक्षित प्रसव करा रहे हैं। जोगुलम्बा गडवाला जिले के आयिजा पीएचसी को जन्म प्रबंधन में राज्य स्तर पर विशेष पहचान मिल रही है। 2022-23 में 1048 ब्यांत करवाकर प्रदेश में रिकार्ड बनाया। इस वर्ष 1 अप्रैल से 1 अगस्त तक पीएचसी में 318 प्रसव कराए गए। मंगलवार सुबह 8 बजे से बुधवार सुबह 8 बजे तक (24 घंटे के अंदर) डॉ. हेमा मनासा की देखरेख में 8 प्रसव सुरक्षित तरीके से कराए गए। पाँच लड़के और तीन लड़कियाँ पैदा हुईं। उल्लेखनीय है कि उन सभी ने सामान्य रूप से बच्चे को जन्म दिया। 8 शिशु व बच्चे स्वस्थ होने पर उन्हें केसीआर किट देकर 102 वाहनों से उनके घर पहुंचाया गया। इस मौके पर पीएचसी के डॉ. विष्णु ने कहा कि मेडिकल स्टाफ समर्पण भाव से बेहतर इलाज कर रहा है। उन्होंने 24 घंटे में 8 प्रसव सुरक्षित कराने के लिए डॉक्टर और स्टाफ नर्स विजयकुमारी और शशिकला को बधाई दी।उपलब्ध कराने से गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं और मरीजों को बेहतर सेवाएं मिल रही हैं। पीएचसी में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं इसलिए डॉक्टर सुरक्षित प्रसव करा रहे हैं। जोगुलम्बा गडवाला जिले के आयिजा पीएचसी को जन्म प्रबंधन में राज्य स्तर पर विशेष पहचान मिल रही है। 2022-23 में 1048 ब्यांत करवाकर प्रदेश में रिकार्ड बनाया। इस वर्ष 1 अप्रैल से 1 अगस्त तक पीएचसी में 318 प्रसव कराए गए। मंगलवार सुबह 8 बजे से बुधवार सुबह 8 बजे तक (24 घंटे के अंदर) डॉ. हेमा मनासा की देखरेख में 8 प्रसव सुरक्षित तरीके से कराए गए। पाँच लड़के और तीन लड़कियाँ पैदा हुईं। उल्लेखनीय है कि उन सभी ने सामान्य रूप से बच्चे को जन्म दिया। 8 शिशु व बच्चे स्वस्थ होने पर उन्हें केसीआर किट देकर 102 वाहनों से उनके घर पहुंचाया गया। इस मौके पर पीएचसी के डॉ. विष्णु ने कहा कि मेडिकल स्टाफ समर्पण भाव से बेहतर इलाज कर रहा है। उन्होंने 24 घंटे में 8 प्रसव सुरक्षित कराने के लिए डॉक्टर और स्टाफ नर्स विजयकुमारी और शशिकला को बधाई दी।
