कानून का डर ही नहीं…स्कूल में घुसकर छात्राओं के साथ छेड़खानी, भड़का विपक्ष

रामगढ़: झारखंड के रामगढ़ जिले में स्कूल की छात्राओं के साथ छेड़खानी की खबर सामने आई है। चितरपुर स्थित आरबी हाईस्कूल सांडी में शुक्रवार को एक खास समुदाय के लोगों ने स्कूल में घुसकर छात्राओं से छेड़खानी की। इसका जब छात्र-छात्राओं ने विरोध किया तो उसकी जमकर पिटाई की गई। इसमें दो दर्जन छात्र-छात्राएं घायल हो गए।

सभी का इलाज सदर अस्पताल में कराया गया। घटना के विरोध में बच्चों ने जमकर बवाल किया और रजरप्पा थाने का घेराव कर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। जानकारी के अनुसार गुरुवार को भी स्कूल की कुछ छात्राओं के साथ विशेष समुदाय के कुछ बच्चों ने छेड़खानी की थी। इसका छात्रों ने विरोध किया। इसके बाद शुक्रवार को विशेष समुदाय के छात्र और स्थानीय लोग स्कूल में घुस गए और छात्राओं से फिर छेड़खानी और मारपीट की।
आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने थाने जाकर हंगामा किया। थानेदार एचएन सिंह ने दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इधर, प्राचार्य का बयान लेने का प्रयास किया गया, पर उनका मोबाइल बंद मिला। बच्चों को समझाया कि जो भी दोषी होंगे उनपर कार्रवाई होगी। थानेदार के आश्वासन के बाद बच्चे लौट गए। इधर, मामले को लेकर स्कूल के प्राचार्य मनोज मिश्र का बयान लेने की कोशिश की गई पर उनका मोबाइल बंद मिला।
चितरपुर के आरबी हाई स्कूल सांडी में छात्राओं के साथ एक विशेष समुदाय के कुछ बदमाशों द्वारा छेड़खानी और मारपीट का मामला गरमा गया है। मामले पर अब सियासी गतिरोध भी तेज हो गई है। इस मामले को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने संज्ञान लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया ट्विटर के माध्यम से विरोध जताया हैं।
घटना की जानकारी पर विधायक सुनीता चौधरी ने इसे बेहद दुखद बताया। विधायक ने कहा की स्कूल में घुसकर जो इस तरह बच्चों के साथ मारपीट की गई है उसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पुलिस को चाहिए कि दोषियों की पहचान करे और उनपर कार्रवाई करे। क्षेत्र को अशांत करने का ह़क किसी को नहीं दिया जा सकता।
रामगढ़ जिले के रजरप्पा थानान्तर्गत छतरपुर प्रखंड के आरवी हाई स्कूल की बच्चियों के साथ मुस्लिम लड़कों के द्वारा सुनियोजित ढंग से छेड़खानी और विरोध करने पर आज स्कूली बच्चों के ऊपर पथराव और हमले की घटना हैरान करने वाली है।
कुसूर बच्चियों का क्या है ?
– सिर्फ ये कि वह हिंदू धर्म की…
— Babulal Marandi (@yourBabulal) November 24, 2023