
अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक समय था, जब यहीं अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे। आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं, बल्कि पक्का घर देश के 4 करोड़ गरीबों को भी मिला है। आज का भारत अपने तीर्थों को भी संवार रहा है, वहीं, डिजिटल टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी छाया हुआ है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास जनसभा स्थल से अपने संबोधन में कई बातों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री मोदी एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने 15,700 करोड़ की 46 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने अयोध्या धाम जंक्शन और महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का लोकार्पण करने के साथ ही 6 वंदे भारत और 2 अमृत भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण को गति देने के अभियान को अयोध्या नगरी से नई ऊर्जा मिल रही है। दुनिया में कोई भी देश हो, अगर उसे विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचना है, तो उसे अपनी विरासत को संभालना होगा। हमारी विरासत हमें प्रेरणा देती है। हमें सही मार्ग दिखाती है। आज का भारत पुरातन और नूतन को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहा है। एक समय था, जब अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे। आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं, देश के चार करोड़ गरीबों को भी मिला है।
#WATCH | Ayodhya, Uttar Pradesh: PM Narendra Modi says, “I have a request to all. Everyone has a wish to come to Ayodhya to be a part of the event on 22 January. But you know it is not possible for everyone to come. Therefore, I request all Ram devotees that once the formal… pic.twitter.com/pbL81WrsbZ
— ANI (@ANI) December 30, 2023
उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम के पुनर्निमाण के साथ ही 30 हजार से ज्यादा पंचायत भवन भी बना रहे हैं। सिर्फ केदारधाम का पुनरुद्धार ही नहीं 300 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज भी देश में बने हैं। सिर्फ महाकाल के लोक का ही निर्माण नहीं हो रहा, बल्कि स्वच्छ पेयजल के लिए दो लाख से ज्यादा टंकियों का भी निर्माण हुआ। हम एक तरफ चांद और सूरज की दूरी नाप रहे हैं, तो, वहीं हमारी पौराणिक मूर्तियों को भारत में वापस ला रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज अयोध्या में विकास की भव्यता दिख रही है, कुछ दिन बाद विरासत की भव्यता और दिव्यता दिखने वाली है। विकास और विरासत की साझा ताकत ही भारत को 21वीं सदी में सबसे आगे ले जाएगी। 22 जनवरी का ऐतिहासिक क्षण बहुत भाग्य से हमारे जीवन में आने वाला है। प्रभु श्रीराम की नगरी से 140 करोड़ देशवासियों से हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि 22 जनवरी को अयोध्या आने का प्रयास ना करें, इसकी जगह जब अयोध्या में प्रभु श्रीराम विराजमान हों, तो सभी लोग दीपावली मनाएं और अपने-अपने घरों में श्रीरामज्योति जलाएं। 22 जनवरी की शाम पूरा हिन्दुस्तान जगमग होना चाहिए।
उन्होंने अपील की कि जब हमने साढ़े पांच सौ साल इंतजार किया है तो कुछ दिन और इंतजार करना होगा। सुरक्षा और व्यवस्था के लिहाज से अयोध्या आने में जल्दबाजी ना दिखाएं क्योंकि अब यहां श्रीराम का मंदिर अनंतकाल तक रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्यावासियों को भरोसा दिलाया कि इस पवित्र धाम के विकास में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी जाएगी। आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रही है। ऐसे में अयोध्या वासियों में उत्साह उमंग बहुत स्वाभाविक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वे भारत की मिट्टी के कण-कण और भारत के जन-जन के पुजारी हैं। मैं भी अपकी तरह उतना ही उत्सुक हूं। उन्होंने अयोध्यावासियों से आग्रह भी किया कि आपको देश और दुनिया के अनगिनत अतिथियों के स्वागत के लिए तैयार होना होगा। सभी तीर्थस्थलों और सभी छोटे-बड़े मंदिरों से आग्रह किया कि 14 जनवरी से 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलाएं।