कुमार विश्वास के काफिले पर हमले वाली बात में नहीं मिला दम

गाजियाबाद: गाजियाबाद में रहने वाले कवि डॉ. कुमार विश्वास द्वारा लगाए गए हमले के प्रयास के आरोप पुलिस की शुरुआती जांच में फिलहाल साबित नहीं हुए हैं। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने बुधवार रात 10.20 बजे एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “आज संज्ञान में आए प्रकरण में कुमार विश्वास के काफिले पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा हमले के संबंध में प्रारंभिक जांच के क्रम में आरोप सिद्ध नहीं हुए हैं। थाना इंदिरापुरम पुलिस द्वारा अग्रिम जांच के क्रम में वैधानिक कार्रवाई प्रचलित है।”

बुधवार देर रात तक डॉक्टरों का इंदिरापुरम थाने पर आना-जाना लगा रहा। इस केस में आईएमए ने गुरुवार को गाजियाबाद के वसुंधरा में एक बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। इसमें खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष मौजूद रहेंगे।
गौरतलब है कि इस पूरे मामले में कुमार विश्वास की तरफ से सीआरपीएफ और यूपी पुलिस के थाना इंदिरापुरम में शिकायत की गई थी। ये शिकायत आनंद प्रसाद, अमित सिंह भदौरिया और रवि कांत की तरफ से संयुक्त रूप से की गई।
इसमें लिखा है, “हम कुमार विश्वास को गृह मंत्रालय द्वारा प्रदत्त वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा के सुरक्षाकर्मी हैं। 8 नवंबर को दोपहर डेढ़ बजे हम लोग कुमार विश्वास के साथ अलीगढ़ जा रहे थे। हिंडन नदी तट के पास एक संदिग्ध कार ने हमारी कार से टकराने की कोशिश की। फिर हमारे पीछे आ रही कुमार विश्वास की गाड़ी में टक्कर मारने की कोशिश की। संदिग्ध गतिविधियों को देख हमने उस गाड़ी को जांच के लिए रोका। कार सवार व्यक्ति उग्र होकर मारपीट करने लगा।”
कुमार विश्वास ने इस पोस्ट में जिस अज्ञात व्यक्ति का जिक्र किया, उनका नाम डॉक्टर पल्लव बाजपेई है। इस पोस्ट के कुछ देर बाद ही डॉक्टर पल्लव खून से लथपथ दिखे। उनके कान, नाक, मुंह और घुटने से खून निकल रहा था।