जिले में डेंगू ने मचाया हाहाकार, दो मासूम समेत चार की मौत

रामपुर। जिले में डेंगू ने हाहाकार मचा दिया है। हर दिन डेंगू से मौत हो रही है। इधर, स्वास्थ्य विभाग यह मानने को ही तैयार नहीं है कि मौत डेंगू के बुखार से हो रही है। इधर, फॉगिंग के नाम पर सिर्फ धुआं उड़ाया जा रहा है।

जबकि स्थिति दिनों दिन गंभीर होती जा रही है। जिले में डेंगू के बुखार से दो मासूम समेत चार की मौत हो गई। मौत के बाद से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। मसवासी के मोहल्ला भूबरा में पिछले कई दिनों से किशनलाल के पुत्र सुनील कुमार (30) को बुखार आ रहा था।
जांच करने पर प्लेटलेट्स कम पाईं गईं। परिजन उपचार के लिए उसे काशीपुर के एक अस्पताल ले गए। उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। युवक की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है। मृतक की पत्नी और बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है। उधर, नगर में मच्छरों से बचाव के लिए फॉगिंग मशीन का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। जिससे कस्बे में नालिया और नाले को मच्छरों को जन्म दे रहे हैं।
अजीमनगर थाना क्षेत्र में डेंगू बुखार ने रविवार को बालक समेत दो की जान ले ली। गांव निवासी भूरा (32) को 8 दिन पहले बुखार आया। हालत बिगड़ी तो परिजनों ने मुरादाबाद में भर्ती कराया। रविवार की सुबह इलाज के दौरान टेलर मास्टर की मौत हो गई। दूसरी मौत भी बहादुरगंज गांव की है।
गांव निवासी इकबाल का बेटा शाहरुख (08) को एक दिन पहले बुखार आया। हालत बिगड़ी तो शनिवार की शाम परिजनों ने उसे मुरादाबाद अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान रविवार की सुबह बालक की मौत हो गई।
एक साथ रविवार को हुई दो मौत के बाद गांव में कोहराम मचा हुआ है। सैकड़ों डेंगू बुखार से पीड़ित मरीजों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इधर, मिलक क्षेत्र में मोहल्ला असदुल्लापुर पक्की सराय निवासी मौलाना असीम की 13 वर्षीय पुत्री को शनिवार रात अचानक बहुत तेज बुखार आया।
परिजनों ने बच्ची को नगर के एक निजी चिकित्सक को दिखाया। चिकित्सक ने बच्ची को हायर सेंटर रेफर कर दिया। आनन-फानन में घबराए परिजन बच्ची को लेकर बरेली दौड़े तथा एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। देर रात इलाज के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया। रविवार को परिजनों बच्ची का अंतिम संस्कार कर दिया।