अगले 4 दिनों तक प्रदेश पर आसमान का संकट; मौसम विभाग की ओर से ‘इन’ जिलों के लिए बारिश की चेतावनी

अमरावती : इस समय तापमान में व्यापक रूप से उतार-चढ़ाव हो रहा है और मानसून की बदलती हवाओं के कारण 16 मार्च से 17 मार्च के बीच पश्चिमी विदर्भ में कुछ स्थानों पर बादल छाए रहेंगे. मौसम विशेषज्ञ डॉ. सचिन मुंडे ने व्यक्त किया है. प्रदेश पर यह बेमौसम हमला किसानों के लिए एक बार फिर संकट की घड़ी है।
वर्तमान में गेहूं, चना, प्याज की कटाई हो रही है। ऐसे में इस तूफानी हवा से इन फसलों को नुकसान न हो, इसके लिए मौसम विभाग द्वारा सतर्कता बरतने की चेतावनी देते हुए कुछ निर्देश दिए गए हैं. सब्जियों और फलों की फसलों की तुड़ाई जल्दी कर लेनी चाहिए। पके चने और गेहूँ की फ़सलों की कटाई करनी चाहिए और यदि फ़सलें काटी जाती हैं तो फ़सलों को सुरक्षित स्थान पर रखकर तिरपाल से ढक देना चाहिए। संतरे के फलों को काट लेना चाहिए। सब्जी और बाग की फसलों को बांस या बाली से सहारा देना चाहिए।
पके तरबूज और खरबूजे के फलों को काटकर छाया में रखना चाहिए और सड़े हुए फलों को उनसे अलग करके अच्छे फलों को बाजार तक ले जाने की व्यवस्था करनी चाहिए। प्याज की तैयार फसल को काटकर सुरक्षित स्थान पर रख दें। बाजार और खेत में थ्रेश की गई उपज को तिरपाल से ढक देना चाहिए या सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए ताकि उपज गीली न हो। किसान को स्थानीय वातावरण को ध्यान में रखते हुए कृषि उपज को सुरक्षित स्थान पर तिरपाल से ढक देना चाहिए।
